गोरखपुर में लाइट एंड साउंड शो से दिखाएंगे गोरखा जवानों की शौर्यगाथा, CDS और CM योगी करेंगे शिलान्यास
गोरखपुर के कूड़ाघाट स्थित गोरखा युद्ध स्मारक का 44 करोड़ रुपये से कायाकल्प किया जाएगा। यहां संग्रहालय बनेगा और साउंड-एंड-लाइट शो भी होगा। मुख्यमंत्री और सीडीएस 4 सितंबर को इसका शिलान्यास करेंगे। इस परियोजना से गोरखा रेजीमेंट के वीर जवानों की गौरव गाथा को दिखाया जाएगा और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
अरुण चन्द, गोरखपुर। नेपाल के साथ-साथ पूर्वोत्तर के बहादुर युवाओं के शौर्य और साहस की गाथा को पूरी दुनिया तक पहुंचाने के लिए कूड़ाघाट क्षेत्र स्थित गोरखा युद्ध स्मारक (गोरखा वार मेमोरियल) का कायाकल्प किया जाएगा। युद्ध स्मारक का सुंदरीकरण कराने के साथ ही यहां भव्य संग्रहालय का निर्माण कराया जाएगा।
इसके लिए प्रदेश सरकार ने कार्यदायी संस्था सीएंडडीएस जल निगम यूनिट- 42 को निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी है। गोरखा युद्ध स्मारक के सुंदरीकरण और संग्रहालय निर्माण पर 44 करोड़ रुपये खर्च होंगे। चार सितंबर को चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों परियोजना का शिलान्यास होगा।
इसे लेकर तैयारी तेजी से चल रही है। गत दिनों डीएम दीपक मीणा और एसएसपी राजकरन अय्यर ने कार्यदायी संस्था के अधिकारियों के साथ कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण भी किया था।
करीब 1.33 एकड़ में प्रस्तावित इस पूरी परियोजना के तहत म्यूजियम और साउंड-एंड-लाइट शो के जरिये गोरखा रेजीमेंट के वीर जवानों की गौरव गाथा आम जनता के सामने सजीव हो उठेगी। डेढ़ साल में निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य है।
परियोजना के तहत म्यूजियम, लाइट एंड साउंड शो, सेवेन डी थियेटर, वीडियो डाक्यूमेंटरी, दीवारों पर म्यूरल पेंटिंग आदि का निर्माण होगा। पहली किस्त के तौर पर शासन की ओर से 15.85 करोड़ रुपये जारी करने के साथ ही अनुबंध आदि की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है।
बलिदान की याद दिलाता है स्मारक
गोरखा रेजीमेंट के वीर सपूतों ने पाकिस्तान से लेकर चीन तक के युद्ध में अपनी अदम्य वीरता का परचम लहराया है। उनकी शौर्यगाथा भारतीय सेना के इतिहास का गौरवशाली अध्याय है। कूड़ाघाट स्थित यह स्मारक न केवल उनके बलिदान की याद दिलाता है बल्कि सेना में जाने का सपना देखने वाले युवाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत भी है। यहां आने वाला हर युवा, वीर जवानों के पराक्रम को देखकर और सुनकर देश सेवा के लिए और भी संकल्पित हो जाता है।
डिजिटल माध्यम से प्रस्तुत की जाएंगी बलिदान की कहानियां
म्यूजियम में गोरखा रेजीमेंट के शौर्य, युद्धों में उनकी भूमिका और वीर जवानों के बलिदान की कहानियां डिजिटल माध्यम से प्रदर्शित की जाएंगी। वहीं, लाइट-एंड-साउंड शो में तकनीक का प्रयोग कर गोरखा सैनिकों की गौरव गाथा को पर्यटक और युवा जीवंत अनुभव के रूप में देख सकेंगे।
शहर का चौथा लाइट एंड साउंड शो होगा
शहर में यह चौथा लाइट-एंड-साउंड शो होगा। अभी रामगढ़ताल स्थित नया सवेरा वाटर स्क्रीन पर शहर के इतिहास को दिखाने वाला शो संचालित है। नगर निगम और गोरखनाथ मंदिर के बाद अब गोरखा युद्ध स्मारक पर शो शुरू होने के बाद इसकी संख्या चार हो जाएगी। यह पहल गोरखपुर को पर्यटन के नए आयाम से जोड़ने के साथ-साथ सैन्य पर्यटन को भी बढ़ावा देगी। शासन का उद्देश्य है कि आने वाले समय में यह स्थल न केवल गोरखपुर बल्कि पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए देशभक्ति, शौर्य और पर्यटन का बड़ा केंद्र बने।
गोरखा वार मेमोरियल के सुंदरीकरण और म्यूजियम निर्माण का कार्य जल्द शुरू हो जाएगा। चार सितंबर को सीडीएस और मुख्यमंत्री के हाथों परियोजना का शिलान्यास प्रस्तावित है। तैयारी चल रही है। - दीपक मीणा, डीएम
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