Gorakhpur News: खनन माफिया व हिस्ट्रीशीटर संतोष यादव समेत चार पर गैंग्सटर का मुकदमा दर्ज
गोरखपुर के बड़हलगंज थाने के हिस्ट्रीशीटर खनन माफिया संतोष यादव और उसके तीन साथियों पर गैंगस्टर एक्ट लगा है। जिलाधिकारी के अनुमोदन के बाद गीडा पुलिस ने यह एक्शन लिया। संतोष गिरोह बनाकर अवैध खनन करता था और पट्टा धारकों से रंगदारी मांगता था जिसके चलते उस पर कई थानों में मामले दर्ज हैं। पुलिस अब उसकी संपत्ति जब्त करेगी।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। बड़हलगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर और खनन माफिया संतोष यादव उर्फ बजरंगी यादव और उसके तीन साथियों पर पुलिस ने गैंग्सटर का केस दर्ज किया। जिलाधिकारी के अनुमोदन के बाद शुक्रवार को गीडा पुलिस ने यह कार्रवाई की।
इसमें बड़हलगंज सराय उर्फ सरया महुनिया निवासी संतोष को पुलिस ने गिरोह का सरगना बनाया है। ये अपने गिरोह के सदस्यों गीडा के कालेसर निवासी भोलू यादव उर्फ कृष्णपाल यादव, सोनू यादव उर्फ कृष्ण प्रताप यादव और शंभू यादव के साथ मिलकर अवैध रूप से खनन कराता था। पट्टा धारकों द्वारा खनन करने पर उनसे रंगदारी मांगता था। नहीं देने पर उनसे मारपीट करता था।
संतोष यादव पर कुशीनगर के पडरौना, गोरखपुर के कैंट, शाहपुर, गोरखनाथ, खोराबार, खजनी, गगहा, चौरी चौरा, सहजनवां, गीडा, चिलुआताल समेत अन्य थानों रंगदारी, आबकारी, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज है।
वहीं हिस्ट्रीशीट खुलने और बड़हलगंज पुलिस की निगरानी करने के बाद वह गीडा क्षेत्र में रहकर घटनाओं को अंजाम देने लगा। कुछ दिन पहले इसने सहजनवां तहसील के एक अधिकारी से भी विवाद किया था। अधिकारी ने खनन करते हुए उसकी गाड़ी पकड़ी थी।
29 नवंबर 2024 को संतोष और उसके गिरोह के तीन साथियों पर सेन्दुली-बेन्दुली निवासी अमन सिंह ने केस दर्ज कराया था। अमन ने पुलिस को बताया था कि मारुति इंटरप्राइजेज के नाम से उसने खनन विभाग से पट्टा लिया है, जो कि ग्राम जमुआड थाना चिलुआताल में चलता है।
वहीं पर बगल मे संतोष यादव भी अवैध खनन कराता हैं। लेकिन, संतोष अपने वाहनों को जबरन उनके पट्टे वाले खनन में भेजकर लोड करवाने का दबाव बनाता है।
बोक्टा के रहने वाले कर्मचारी विजयपाल यादव से रंगदारी मांगता है। कर्मचारी द्वारा देने से मना करने पर 29 नवंबर की रात 11 बजे संतोष ने विजयपाल यादव को शंभू ढाबा कालेसर पर बुलाया था। इसके बाद विजयपाल अपने दोस्त आकाश पासवान के साथ स्कार्पियों से तीसरे साथी शिवम यादव को छोड़ने के लिए उसके गांव बोक्टा जा रहा था। रास्ते में संतोष ने अपने साथी भोलू, सोनू, शम्भू, पंकज यादव और 10 अन्य लोगों के साथ विजयपाल की गाड़ी को रोक लिए। तमंचा लहराते हुए लाठी-डंडा से हमला कर दिए। गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिए और उनके कर्मचारियों को गंभीर रूप से घायल अवस्था में छोड़कर फरार हो गए थे। एसपी उत्तरी जितेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपित संतोष समेत चार पर गैंग्सटर की कार्रवाई हुई है। जो आरोपित जमानत पर बाहर आए है। पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजेगी। इनके संपत्ती का व्यौरा जुटाकर जब्त करने की भी कार्रवाई की जाएगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।