सिस्टम पर सवाल: गोरखधाम की भीड़ बढ़ते ही बंद हो जा रहा एस्केलेटर, यात्री हो रहे परेशान
गोरखपुर जंक्शन पर यात्रियों को सामान लेकर प्लेटफार्म तक पहुंचने में परेशानी हो रही है। वीआईपी गेट के पास का एस्केलेटर अक्सर खराब हो जाता है खासकर गोरखधाम एक्सप्रेस के समय भीड़ बढ़ने पर। इससे बुजुर्गों और महिलाओं को दिक्कत होती है। कुली इसका फायदा उठाकर मनमाना किराया वसूलते हैं। मुख्य फुट ओवरब्रिज बंद होने से भी यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। विश्वस्तरीय गोरखपुर जंक्शन पर भी यात्रियों की राह आसान नहीं हो पा रही। यात्रा से पहले ही मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा। प्लेटफार्म नंबर नौ से जाने वाली 12555 गोरखधाम एक्सप्रेस की भीड़ बढ़ते ही वीआइपी गेट के पास वाला एस्केलेटर (स्वचालित सीढ़ी) अचानक बंद हो जाता है।
अब तो यह परेशानी लगभग रोज की हो गई है। शुक्रवार को भी दिन में ढाई बजे के आसपास एस्केलेटर बंद था। यात्री अपना सामान सिर और कंधे पर लेकर चढ़ व उतर रहे थे। बुजुर्ग, महिला, मरीज और बच्चे परेशान थे।
दरअसल, पूर्वोत्तर रेलवे की महत्वपूर्ण ट्रेन गोरखधाम प्लेटफार्म नंबर नौ से जाती है। अधिकतर यात्री एस्केलेटर से होकर ही प्लेटफार्म नौ तक पहुंचते हैं। ढ़ाई से साढ़े तीन बजे तक यात्रियों की संख्या बढ़ जाती है। जानकार बताते हैं कि जब भीड़ बढ़ती है तभी स्वचालित सीढ़ी रुकती है। इसमें कुलियों व रेलकर्मियों की मिली भगत से इन्कार नहीं किया जा सकता।
आखिर, स्वचालित सीढ़ी सुबह या शाम के समय क्यों नहीं बंद होती है। स्वचालित सीढ़ी बंद होते ही कुली यात्रियों की मजबूरी का फायदा उठाते हैं और मुंहमांगा किराया लेकर सामान प्लेटफार्म नंबर नौ तक पहुंचाते हैं। अन्य प्लेटफार्मों पर भी आवागमन मुश्किल हो जाता है।
जंक्शन का बीच वाला मुख्य फुट ओवरब्रिज (एफओबी) बंद होने से यात्रियों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। यात्री एफओबी से ही प्लेटफार्म नंबर तीन से औठ और नौ तक पहुंचते हैं। सर्वाधिक यात्री पूर्वी छोर पर वीआइपी गेट के पास वाले एफओबी से आवागमन करते हैं।
इसके बाद भी पूर्वी छोर वाले एफओबी का एस्केलेटर नियमित रूप से नहीं चलता। भीड़ बढ़ने पर बंद हो जाता है। यह तब है जब गोरखपुर जंक्शन से प्रतिदिन लगभग एक लाख लोग आवागमन करते हैं। लेकिन, सवाल यह है कि यह परेशानी कब तक।
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