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    शारदीय नवरात्र में शुरू होगा ‘मिशन शक्ति’ का नया चरण- CM योगी का एलान; बेटियों की सुरक्षा को सर्वोपरि बताया

    Updated: Sun, 31 Aug 2025 10:50 PM (IST)

    मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि शारदीय नवरात्र में मिशन शक्ति का नया चरण शुरू होगा। उन्होंने अधिकारियों को जन शिकायतों के समाधान में लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतों की रैंकिंग जारी की गई है। आगामी त्योहारों और पीईटी परीक्षा को लेकर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों को प्रभावी बनाने के निर्देश दिए गए है।

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    शारदीय नवरात्र में शुरू होगा ‘मिशन शक्ति’ का नया चरणः योगी।

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि शारदीय नवरात्र में ‘मिशन शक्ति’ का नया चरण शुरू किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट संदेश दिया है कि जन शिकायतों और समस्याओं के समाधान में लापरवाही बरतने वालों को किसी भी कीमत बक्शा नहीं जाएगा।

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    शिकायतकर्ता की संतुष्टि व फीडबैक ही अधिकारियों के प्रदर्शन का पैमाना होगा। सरकार जनता के प्रति जवाबदेह है, जनहित सर्वोपरि है।

    रविवार को देर शाम अपने सरकारी आवास पर प्रदेश की कानून-व्यवस्था, आइजीआरएस, सीएम हेल्पलाइन, आगामी त्योहारों की तैयारियों, बाढ़ की स्थिति, डेंगू नियंत्रण और स्वास्थ्य सेवाओं पर सभी मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों, पुलिस कप्तानों तथा वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी जिलों में एंटी रोमियो स्क्वाड की गतिविधियां और सक्रिय की जाएं।

    उन्होंने आइजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त जन शिकायतों की मंडलवार, जनपदवार, तहसीलवार, जोनवार, रेंजवार, जिला पुलिस और थाना स्तर पर रैंकिंग भी जारी की।

    साथ ही चेतावनी दी कि झूठी अथवा भ्रामक रिपोर्ट लगाने वाले अधिकारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने आगामी त्योहार बरावफ़ात, अनंत चतुर्दशी व विश्वकर्मा पूजा के दृष्टिगत पुलिस-प्रशासन को पहले से सतर्क रहने के निर्देश दिए।

    बाढ़ और अतिवृष्टि से प्रभावित जिलों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि राहत कार्यों को और प्रभावी बनाया जाए तथा इनमें जनप्रतिनिधियों का मार्गदर्शन लिया जाए। वर्षा के मौसम में बीमारियों की आशंका को देखते हुए उन्होंने नगर निकायों को जलभराव की तत्काल निकासी व सफाई व्यवस्था सुदृढ़ करने का निर्देश दिया।

    साथ ही कहा कि जन आरोग्य मेलों का सतत आयोजन किया जाए और सर्पदंश के उपचार हेतु सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने नकली या अधोमानक दवाओं की बिक्री पर चिंता जताई और कहा कि प्रदेश में ऐसी एक भी गतिविधि बर्दाश्त नहीं होगी। इसके लिए संबंधित विभागों द्वारा चौकसी बरती जाए और आरोपितों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए।

    मुख्यमंत्री ने खरीफ सीजन के लिए खाद की उपलब्धता पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसी भी किसान को खाद की कमी न हो। आपूर्ति शृंखला की सघन निगरानी की जाए और कालाबाजारी या जमाखोरी पर कठोरतम कार्रवाई की जाए। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा छह व सात सितंबर को प्रस्तावित प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) में पूरी पारदर्शिता बरतने के निर्देश दिए।

    अधिकारियों ने बताया कि पीईटी को लेकर 48 जिलों में 1,479 केंद्र बनाए गए हैं। इस परीक्षा में 25.31 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल होंगे। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रश्न पत्रों की गोपनीयता, सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती, लाइव सीसीटीवी कंट्रोल रूम, नगर यातायात व्यवस्था और वर्षा के मौसम में परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए विशेष प्रबंधन सुनिश्चित किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की अफवाह या भ्रामक सूचना फैलाने वालों पर कानूनी कार्रवाई कर जेल भेजा जाए।