सीबीएसई ने जारी किए सैंपल पेपर, पैटर्न में कोई बदलाव नहीं
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 10वीं और 12वीं के लिए नए सैंपल पेपर जारी किए हैं। परीक्षा का पैटर्न पिछले साल जैसा ही रहेगा। शिक्षकों को सैंपल पेपर को शिक्षण योजना में शामिल करने को कहा गया है। बोर्ड परीक्षा का आयोजन फरवरी 2026 में होगा। सैंपल पेपर छात्रों को बेहतर तैयारी में मदद करेंगे और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मार्गदर्शन करेंगे।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने कक्षा 10वीं व 12वीं के लिए नए सैंपल पेपर और मार्किंग स्कीम (उत्तर लिखने के तरीके) जारी कर दिए हैं। सैंपल पेपर सभी छात्रों और शिक्षकों के लिए बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।
बोर्ड ने स्कूलों को स्पष्ट किया है कि इस बार भी परीक्षा का पैटर्न पिछले साल जैसा ही रहेगा, यानी कोई बदलाव नहीं किया गया है। इससे छात्रों को तैयारी करने में आसानी होगी, क्योंकि इस बार भी उन्हें पुराने तरीके से ही पढ़ाई करनी है।
सीबीएसई ने शिक्षकों से कहा है कि वे सैंपल पेपर को नियमित की रुटीन पढ़ाई की योजना में शामिल करें। मार्किंग स्कीम कक्षा 10वीं व 12वीं दोनों के लिए एक समान रहेगी। भाषा के प्रश्नपत्रों को छोड़कर, ज्यादातर सैंपल पेपर्स प्रश्न, मार्किंग स्कीम के साथ अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में दिए गए हैं। सीबीएसई की ओर से बोर्ड परीक्षा का आयोजन फरवरी 2026 में किया जाएगा।
सैंपल पेपर्स में सामान्य निर्देश, अधिकतम अंक व सेक्शन के अनुसार अंक दिए गए हैं। इस सत्र में दो बार परीक्षा होगी। जबकि 2026 से 10वीं की बोर्ड परीक्षा वर्ष में दो बार ली जाएगी। पहली परीक्षा फरवरी-मार्च में होगी और दूसरी परीक्षा मई में होगी।
पहली मुख्य परीक्षा होगी और दूसरी सुधार परीक्षा कहलाएगी। बोर्ड की इस घोषणा के बाद से छात्रों में परीक्षा और अंक पैटर्न में बदलावों को लेकर कयास लगाए जा रहे थे, इसलिए बोर्ड ने पहले ही सैंपल पेपर जारी कर दिया है।
सीबीएसई की ओर से जारी सैंपल पेपर को ठीक से समझकर इसके अनुसार छात्र-छात्राएं तैयारी करें तो उन्हें इसका काफी लाभ मिलेगा। बोर्ड का सैंपल पेपर पाठ्यक्रम के साथ प्रतियोगी परीक्षा के लिए भी बच्चों को सही दिशा भी देता है। इसमें एनसीईआरटी पूरी तरह कवर होता है। इससे छात्र बोर्ड परीक्षा में बेहतर परिणाम हासिल कर सकेंगे।
-अजित दीक्षित, सिटी कोआर्डिनेटर, सीबीएसई
शिक्षकों को सैंपल पेपर को अच्छे से समझकर अपनी कार्यप्रणाली बदलनी होगी, ताकि वे बच्चों को बेहतर तरीके से अभ्यास करा पाएं। छात्रों को प्रतियोगिता परीक्षाओं को ध्यान में रखकर तैयारी कराने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा हैं। जिससे वह आगे चलकर खुद को प्रतियोगिता परीक्षा के अनुरूप तैयार कर सकें।
-डा.विशाल त्रिपाठी, प्रधानाचार्य, आर्मी पब्लिक स्कूल
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