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    UP News: गोरखपुर रामगढ़ताल जेटी अब आयोजनों के लिए उपलब्ध, GDA बोर्ड से मिल चुकी है मंजूरी

    गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने रामगढ़ताल परियोजना में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नया सवेरा स्थित बोट जेटी को आयोजनों के लिए किराए पर देने का फैसला किया है। जीडीए बोर्ड ने 18 जून को इस प्रस्ताव को मंजूरी दी जिसके बाद आवंटन की तैयारी शुरू हो गई है। जेटी के प्लेटफार्म नंबर-4 का उपयोग कार्यक्रमों के लिए किया जाएगा जबकि प्लेटफार्म नंबर-3 से क्रूज सेवा जारी रहेगी।

    By Arun Chand Edited By: Vivek Shukla Updated: Wed, 02 Jul 2025 03:56 PM (IST)
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    प्राधिकरण ने आवंटन की शुरू की तैयारी। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। रामगढ़ताल परियोजना के अंतर्गत पर्यटन को बढ़ावा देने और संसाधनों के बेहतर उपयोग के उद्देश्य से नया सवेरा स्थित बोट जेटी को अब विभिन्न आयोजनों के लिए किराए पर बुक कराया जा सकता है।

    18 जून को हुई गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) की बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल चुकी है। प्राधिकरण ने अब आवंटन की तैयारी शुरू कर दी है। आवेदन के साथ तय शुल्क जमा कर जेटी को आयोजनाें के लिए बुक कराया जा सकेगा।

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    नया सवेरा पर स्थित जेटी 19 अप्रैल 2025 को पर्यटन विभाग से जीडीए के पक्ष में हस्तांतरित की जा चुकी है। जेटी के प्लेटफार्म नंबर-3 से वर्तमान में क्रूज (लेक क्वीन) सेवा संचालित हो रही है। जबकि, प्लेटफार्म नंबर-4 पर कार्यक्रमों के आयोजन के लिए प्राधिकरण को लगातार आवेदन मिल रहे थे। प्रतिदिन के किराए का निर्धारण न होने के कारण इसका आवंटन रुका हुआ था।

    अब प्राधिकरण ने शुल्क तय कर दिया है। तय शुल्क के अलावा आयोजकों को 10 हजार रुपये की वापसी योग्य जमानत राशि भी जमा करनी होगी, जिसे आयोजन के बाद लौटा दिया जाएगा।

    प्राधिकरण के अनुसार जेटी पर चल रही क्रूज सेवा (प्लेटआर्म-3) और वहां स्थित दुकानों व पर्यटकीय गतिविधियों में किसी प्रकार का अवरोध नहीं होने दिया जाएगा। आम नागरिक और पर्यटक बिना किसी असुविधा के जेट्टी पर आ-जा सकेंगे।

    जीडीए के प्रभारी मुख्य अभियंता किशन सिंह का कहना है कि जेटी पर आयोजनों के लिए बोर्ड से स्वीकृति दी जा चुकी है। बड़ी संख्या में लोग जेटी पर आयोजन के लिए अनुमति मांग रहे थे, जिसे देखते हुए यह निर्णय किया गया है। इससे रामगढ़ताल क्षेत्र में सांस्कृतिक, सामाजिक और निजी आयोजनों को नया मंच मिलेगा। साथ ही पर्यटन को भी नई ऊंचाई मिलेगी।