चीन-ईरान से ब्राजील-जर्मनी तक के नागरिकों की भारत में एंट्री की कोशिशें Fail, 18 महीनों में 17 विदेशी गिरफ्तार
खुफिया एजेंसियों ने नेपाल सीमा से भारत में घुसपैठ की घटनाओं पर निगरानी बढ़ा दी है। पिछले 18 महीनों में 17 विदेशी नागरिक गिरफ्तार किए गए हैं। जांच में काठमांडू में सक्रिय एक गिरोह का पता चला है जो फर्जी दस्तावेज बनाता है। प्रदेश सरकार ने ऑपरेशन कवच शुरू किया है जिसके तहत सीमाई थानों को अलर्ट पर रखा गया है

सतीश पांडेय, गोरखपुर। नेपाल की खुली सीमा के जरिये भारत में घुसपैठ की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर खुफिया एजेंसियों ने डंकी रूट पर निगरानी तेज कर दी है। बीते 18 महीने में नेपाल सीमा से भारत में दाखिल होने की कोशिश करते हुए चीन, ईरान, बांग्लादेश, श्रीलंका, ब्राजील, जर्मनी और नीदरलैंड के 17 विदेशी नागरिकों को पकड़ा जा चुका है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि काठमांडू में सक्रिय गिरोह ने फर्जी दस्तावेज बनाकर उन्हें भारत में भेजने की साजिश रची थी।
उत्तर प्रदेश के साथ सात जिले (सिद्धार्थनगर, महराजगंज, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती, पीलीभीत और लखीमपुर) की 550 किलोमीटर की सीमा नेपाल से सटी है, जो अंतरराष्ट्रीय घुसपैठ के लिहाज से संवेदनशील मानी जाती रही है। खासतौर पर महराजगंज, सिद्धार्थनगर की पगडंडियां, जंगली इलाके व नदियों से लगे सीमाई इलाके घुसपैठ के लिए मुफीद हैं।
आरोपितों से पूछताछ में खुफिया एजेंसी को मिले इनपुट के अनुसार, नेपाल के काठमांडू में सक्रिय एक नेटवर्क विदेशी नागरिकों को पहले नेपाल बुलाता है। वहां उन्हें भारतीय नागरिक के फर्जी दस्तावेज (जैसे आधार, ड्राइविंग लाइसेंस आदि) उपलब्ध कराए जाते हैं। फिर उन्हें नेपाल के सीमाई इलाकों से भारत में प्रवेश कराया जाता है। खुफिया इनपुट में यह भी सामने आया है कि नेपाल की कुछ ट्रैवल एजेंसियां और होटल संचालक भी इस घुसपैठ नेटवर्क से जुड़े हुए हैं।
चुनौती से निपटने के लिए शुरू हुआ है आपरेशन कवच
प्रदेश सरकार ने इस चुनौती से निपटने के लिए आपरेशन कवच अभियान शुरू किया है, जिसके तहत सभी सीमाई थानों को हाईअलर्ट पर रखा है। बार्डर चौकियों पर गश्त बढ़ाने के साथ ही संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए गांवों में खुफिया तंत्र को सक्रिय किया गया है।
हर जिले में विशेष निगरानी सेल बनाई गई है, जिसमें सीसी कैमरा फुटेज का विश्लेषण, सीमाई गांवों में ग्राम सुरक्षा समिति का गठन करना है। इसके अलावा नेपाल के स्थानीय अधिकारियों के साथ भी सूचनाओं का आदान-प्रदान तेज किया गया है ताकि डंकी रूट की पहचान कर उसे निष्क्रिय किया जा सके।
कब-कब हुई विदेशी नागरिकों की गिरफ्तारी
- 27 मार्च, 2025 : नौतनवां में नीदरलैंड का नागरिक पाल्स जोहानेस भारत में घुसपैठ की कोशिश में पकड़ा गया।
- 11 मार्च, 2025 : बांग्लादेशी नागरिक सैफुल इस्लाम को निचलौल पुलिस ने घुसपैठ करने की कोशिश में जेल भेजा।
- 30 जनवरी, 2025: सिद्धार्थनगर पुलिस ने चीनी नागरिक जेईंग को बिना दस्तावेज के भारतीय सीमा में प्रवेश करते पकड़ा।
- 14 जनवरी, 2025 : चीनी नागरिक पेंग मेनहुई को सोनौली पुलिस ने नेपाल सीमा पार करके भारत में आने पर पकड़ा।
- 13 नवंबर, 2024 : सिद्धार्थनगर जिले की पुलिस ने ईरानी नागरिक कामरान चकदेह को गिरफ्तार किया।
- 18 अक्टूबर, 2024 : सोनौली पुलिस ने ब्राजील के नागरिक जोआकिम डास सैंटोस को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
- 16 अक्टूबर, 2024 : सोनौली पुलिस ने श्रीलंका के रहने वाले दिलीप संपत राजप्पा को घुसपैठ करते पकड़ा।
- 05 सितंबर, 2024 : महराजगंज के बरगदवां थाने की पुलिस ने बांग्लादेशी नागरिक मो. खुकन मियां व रुबेल अहमद को पकड़ा।
- 01 अगस्त, 2024 : सोनौली पुलिस ने चीनी नागरिक गुबाओकियांग व यांग मेंग मेंग को जेल भेजा।
- 12 जुलाई, 2024 : सोनौली पुलिस ने जर्मनी के रहने वाले टोबियास मैक्सिमिलियन रेहन को गिरफ्तार किया।
- 26 जून, 2024 : सोनौली पुलिस ने चीनी नागरिक कै जियाहोंग उर्फ हेलन को पकड़ा।
- 10 मई, 2024 : सोनौली पुलिस ने ईरानी नागरिक याघौब वरदान को पकड़ा।
- 10 मई, 2024 : सिद्धार्थनगर जिले की पुलिस ने चीनी नागरिक यूफेंगहाओ को पकड़ा।
- 26 मार्च, 2024 : सिद्धार्थनगर जिले में चीनी नागरिक युआन युहान व झोउ पुलिन को जेल भेजा।
नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी, इमिग्रेशन व खुफिया एजेंसी की घुसपैठियों पर कड़ी नजर है। इसी का परिणाम है कि घुसपैठ की कोशिश करने वाले पकड़े गए। आपरेशन कवच के तहत जिले की पुलिस ने चौकसी के साथ ही सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय बढ़ाया है। पकड़े गए लोग किसके सहयोग से भारत में घुसने का प्रयास कर रहे थे, पूछताछ व जांच में मिली जानकारी के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। - मुथा अशोक जैन, एडीजी जोन, गोरखपुर
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