जानें, कौन हैं गोरखपुर के नए एसएसपी गौरव ग्रोवर जिन पर सीएम योगी ने जताया भरोसा
Gorakhpur new SSP Gaurav Grover गोरखपुर के नए एसएसपी गौरव ग्रोवर काफी सख्त आइपीएस माने जाते हैं। माना जा रहा है कि उनकी अच्छी कार्यशैली को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने उन्हें गोरखपुर पुलिस की कमान सौंपी है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। Gorakhpur new SSP Gaurav Grover: गोरखपुर के नवागत एसएसपी गौरव ग्रोवर की गिनती सख्त आइपीएस अधिकारी के रूप में होती है। 2013 बैच के आईपीएस गौरव लुधियाना के रहने वाले हैं। उन्हें 21 फरवरी 2020 को मथुरा का एसएसपी बनाया गया और करीब ढाई साल तक वह मथुरा के एसएसपी रहे। गौरवत आईपीएस बनने से पहले पंजाब में एमबीबीएस डाक्टर थे। गोरखपुर आने के पहले वह मथुरा और बहराइच के एसएसपी रह चुके हैं।
मथुरा में किया यह अनोखा काम, हर किसी ने की तारीफ
लाकडाउन मथुरा के एसएसपी रहते दुबई से एक युवक ने डा गौरव ग्रोवर से गुहार लगाई थी। युवक की प्रेग्नेंट पत्नी प्रसव के दर्द से कहरा रही थी, उसके साथ केवल बुजुर्ग ससुर थे। दुबई में काम करने वाले युवक की गुहार पर गौरव ने तुरंत अमल किया और प्रेग्नेंट महिला के घर से अस्पताल तक ग्रीन कारिडोर बनवा दिया। हर कदम पर पुलिस मददगार बनी। इसके बाद महिला ने एक बेटे को जन्म दिया।
अपराधियों पर उठाए सख्त कदम
पुलिस का मानवीय संवेदना का यह रूप देख हर किसी ने खूब तारिफ की। इस मामले में डाक्टर गौरव ग्रोवर खूब सुर्खियों में आए। मानवीय के साथ वो अपराधियों के लिए सख्त कदम उठाते हैं। जिस समय गौरव को मथुरा भेजा गया था, तब वहां पर कई बड़े मामलों को लेकर पुलिस प्रणाली पर सवाल उठे थे। उसे सुधारने के लिए गौरव को मथुरा का कप्तान बनाया गया था।
गोरखपुर में डा. विपिन ताडा रहे चर्चित, अनोखी कार्यशैली से हुए चर्चित
गोरखपुर से स्थानांतरित किए निवर्तमान एसएसपी डा. विपिन ताडा बदमाशों पर शिकंजा कसने के साथ ही आमजन को त्वरित न्याय दिलाने के लिए थानों में चौपाल व पुलिस लाइन में जनसुनवाई शुरु की। ईगल सेल का गठन का नौकरी व विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वालों को जेल भेजा। डा. विपिन ताडा ने आठ अगस्त 2021 को जिले में बतौर एसएसपी कार्यभार ग्रहण किया। एक माह के भीतर ही चर्चित रहे काजल हत्याकांड के मुख्य आरोपित व एक लाख रुपये का इनामी विजय प्रजापति को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। इसके बाद शुरू हुआ अभियान रुका नहीं। मुठभेड़ में घायल हुए बदमाशों की संख्या जेल में इतनी बढ़ गई कि उनके लिए अलग बैरक (छेदहिया बैरक) खोलनी पड़ी।
मनीष हत्याकांड में हुई थी फजीहत
डा. विपिन ताडा ने जब कार्यभार संभाला उसके एक महीने बाद ही गोरखपुर के होटल में एक कानपुर के व्यापारी की हत्या हो गई। व्यापारी की हत्या का आरोप पुलिसकर्मियों पर लगा। इस मामले में देश भर से लोगों की पुलिस के प्रति तीखी प्रतिक्रिया आई। ये मामला डा. । विपिन ताडा के लिए बड़ी चुनौती बनकर सामने आया था। इसमे पुलिस विभाग की बहुत फजीहत हुई थी। हलांकि इसके बाद इस केस में डा. विपिन ताडा ने काफी सक्रियता दिखाई और इसके सभी आरोपी पकड़े गए।
एक साल नहीं पूरा कर सके डा. विपिन ताडा
विपिन ताडा को 8 अगस्त 2021 में गोरखपुर का कप्तान बनाया गया। इसके बाद उनका 2 जुलाई 2022 को सहारनपुर तबादला कर दिया गया। गोरखपुर के कप्तान के रूप में कार्य करते हुए विपिन ताडा जनता से जुड़े रहते थे। जब सीएम और एसएसपी के पास फरियादियों की भीड़ बढ़ी तो थाने का सुधारने के लिए उन्होंने अनोखी पहल की। विपिन ताडा ने जनता के सामने ही पुलिस की पेशी करवा दी। उसमे जज के रूप में बैठकर पुलिस और जनता दोनों की बातें सुनी।