चार माह में नौ फोरलेन और फ्लाईओवर बनकर हो जाएगा तैयार, मार्च 2026 तक फर्राटा भरने लगेंगे वाहन
गोरखपुर में नए साल में फोरलेन सड़कें और फ्लाईओवर का संजाल दिखेगा। मार्च 2026 तक नौ महत्वपूर्ण परियोजनाएं पूरी हो जाएंगी, जिनमें चार फ्लाईओवर भी शामिल ह ...और पढ़ें

नौसढ़-पैडलेगंज सिक्सलेन फ्लाइओवर। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। नए साल में गोरखपुर में फोरलेन सड़कों और फ्लाईओवर का विशाल संजाल नजर आएगा। मार्च 2026 तक फोरलेन सड़कों से जुड़ी नौ महत्वपूर्ण परियोजनाएं पूर्ण हो जाएंगी। इसी अवधि तक चार फ्लाईओवर भी बनकर हो तैयार हो जाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से खुद विकास परियोजनाओं की सीधी निगरानी की वजह से इन परियोजनाओं के निर्माण की गति में काफी तेजी आई है। सभी संबंधित परियोजनाएं अपने आखिरी चरण में हैं।
अगले चार माह में पूरी होने वाली रोड कनेक्टिविटी से जुड़ी फोरलेन और फ्लाईओवर की ये परियोजनाएं शहर के आंतरिक और वाह्य आवागमन को सुगम कर देंगी। देवरिया बाईपास इनमें सबसे पहले बनकर तैयार होने वाली फोरलेन सड़क होगी। इस फोरलेन का कार्य कार्य मार्च 2023 में शुरू हुआ था और जनवरी 2026 के अंत तक इसे पूरा करने का लक्ष्य है।
कुल 9.50 किमी लंबी सड़क को फोरलेन में परिवर्तित करने में 399.24 करोड़ रुपये की लागत आएगी। कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग के अनुसार वर्तमान में निर्माण कार्य की भौतिक प्रगति 95 प्रतिशत है।
पैडलेगंज से फिराक गोरखपुरी चौक होते हुए बेतियाहाता चौराहे तक 1.80 किमी सड़क को भी फोरलेन बनाने का कार्य तेजी से हो रहा है। 277.78 करोड़ रुपये की लागत वाली इस फोरलेन सड़क परियोजना के मार्च 2026 तक पूरी तरह बन जाने की उम्मीद है।
11.60 किमी की लंबाई में भटहट से बांसस्थान मार्ग को 689.35 करोड़ रुपये की लागत से फोरलेन बनाया जा रहा है। इसका भी निर्माण मार्च 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके पूरी तरह बन जाने से आयुष विश्वविद्यालय आने-जाने वालों की यात्रा काफी आसान हो जाएगी।
नौसढ़ से पैडलेगंज की सड़क शहर की ऐसी पहली सड़क होगी जिसे सिक्सलेन में तब्दील किया जा रहा है। 5.10 किमी लंबे इस मार्ग पर करीब 94 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके निर्माण पर 297.29 करोड़ रुपये की लागत आएगी। कार्य मार्च 2026 तक पूरा किया जाना लक्षित है।
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जिला जेल बाईपास मार्ग को भी फोरलेन में चौड़ीकृत-सुदृढ़ीकृत करने का काम जारी है। 8.56 किमी लंबी इस सड़क को फोरलेन बनाने में 369.04 करोड़ रुपये की लागत आ रही है। वर्तमान में निर्माण की भौतिक प्रगति 96 प्रतिशत है और मार्च 2026 तक इसे पूर्ण किया जाना है।
इन सड़कों में से देवरिया बाईपास का निर्माण कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड द्वारा जबकि भटहट-बांसस्थान, नौसढ़-पैडलेगंज, जिला जेल बाईपास और पैडलेगंज-फिराक गोरखपुरी चौक मार्ग का निर्माण लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड तीन द्वारा कराया जा रहा है।
मार्च 2026 तक ये फ्लाईओवर बनकर हो जाएंगे तैयार
- बरगदवा चौराहा से नकहा जंगल-मानीराम स्टेशनों के मध्य समपार संख्या 5ए पर ओवरब्रिज, लागत 152.19 करोड़ रुपये, पूर्ण करने का लक्ष्य जनवरी 2026, भौतिक प्रगति 97 प्रतिशत से अधिक।
- चौरीचौरा-भोपा बाजार में समपार संख्या 147बी पर रेल ओवरब्रिज, लागत 49.22 करोड़ रुपये, पूर्ण करने का लक्ष्य फरवरी 2026, भौतिक प्रगति 98 प्रतिशत।
- खजांची चौराहा पर फ्लाईओवर, लागत 96.50 करोड़ रुपये, पूर्ण करने का लक्ष्य जनवरी 2026, भौतिक प्रगति 98.84 प्रतिशत।
- नौसढ़-पैडलेगंज मार्ग पर सिक्सलेन फ्लाईओवर तथा देवरिया बाईपास कनेक्टिंग फ्लाईओवर, लागत 429.49 करोड़ रुपये, पूर्ण करने का लक्ष्य जनवरी 2026, भौतिक प्रगति करीब 80 प्रतिशत।

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