Gorakhpur Kidnapping Case: डॉक्टर के पति को सात बदमाशों ने किया था अगवा, चार की तलाश जारी
गोरखपुर में बदमाशों ने सेवानिवृत्त एयरफोर्स कर्मी अशोक जायसवाल का अपहरण कर फिरौती मांगी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए सरगना समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और अशोक को सकुशल छुड़ा लिया। बदमाशों ने पहले पांच करोड़ की फिरौती मांगी थी लेकिन बाद में 15 लाख पर बात तय हुई। पुलिस बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है और मामले की गहराई से जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। सेवानिवृत्त एयरफोर्स कर्मी और आयुष्मान अस्पताल पादरीबाजार के संचालक अशोक जायसवाल काे सात बदमाशों ने अगवा किया था।सरगना समेत तीन को पुलिस ने शुक्रवार की रात में गिरफ्तार कर लिया, चार की तलाश चल रही है। घटना कौवाबाग अंडरपास के समय उस वक्त हुई जब अशोक जायसवाल स्विमिंग करने साइकिल से स्टेडियम जा रहे थे।
बस्ती में तैनात उनकी पत्नी के पास फोन कर पहले पांच करोड़ रुपये फिरौती मांगी गई, लेकिन शाम तक बात 15 लाख पर आ गई। हालांकि, इसके पहले ही पुलिस ने कार्रवाई कर घटना का अनावरण करते हुए अशोक जायसवाल को सकुशल बरामद कर लिया। जल्द ही फरार चल रहे आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
एसएसपी राजकरन नय्यर ने शनिवार की दोपहर पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सुबह 8:30 बजे अपहरण की सूचना मिलने के बाद पुलिस की छह टीमें गठित की गईं। साइबर सेल, सर्विलांस, स्वाट और एसओजी प्रभारी को लगाया गया। घटनास्थल से लेकर संभावित रूट तक की निगरानी की गई।
इसी दौरान अपहर्ताओं की गतिविधियों का पता चला। शाम को नौसढ़ के पास घेराबंदी कर गिरोह के सरगना बेलघाट के शंकरपुर निवासी करुणेश कुमार दूबे, सिकरीगंज के ढेबरा बुजुर्ग में रहने वाले श्याम सुंदर उर्फ गुड्डू यादव को, बलुआ उर्फ बकसुड़ गांव के जनार्दन को गिरफ्तार करने के साथ ही अशोक को इनकी कार से सकुशल बरामद कर लिया गया। गिरफ्तार करते समय करुणेश व श्याम सुंदर नाले में गिर पड़े जिससे उनके पैर में चोट आई है।
दूसरी कार में सवार चार जद्दूपट्टी (सिकरीगंज) के कमालुद्दीन उर्फ कमालू, ढेबरा के प्रीतम कुमार, गीडा के दक्षिणी कोलिया में रहने वाले शेरू सिंह व अंश फरार हो गए।जिनकी तलाश चल रही है। पूछताछ व जांच में सामने आया कि करुणेश व कमालू ने फिरौती के लिए अपहरण करने की योजना बनाई थी।
एसएसपी ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने जिस मोबाइल नंबर से डा. सुषमा जायसवाल (अशोक की पत्नी) को काल कर फिरौती मांगी, वह काल हाटस्पाट के जरिये की गई थी ताकि लोकेशन ट्रेस न हो सके। जांच में सामने आया है कि परिवार की गतिविधि पर कोई नजर बनाए हुए था जिसकी वजह से पूरे आपरेशन को बहुत की गोपनीय रखा गया।
आरोपितों का सजा दिलाने के लिए पीड़ित का न्यायालय में बयान दर्ज कराने के साथ ही फास्टट्रैक कोर्ट में मुकदमे की सुनवाई कराई जाएगी। एसएसपी ने बताया कि पीड़ित परिवार को पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई है। पूरे घटनाक्रम की गहराई से जांच की जा रही है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।