गोरखपुर अशोक अपहरण कांड में 10 आरोपितों पर चार्जशीट, लगेगा गैंगस्टर
गोरखपुर में अशोक जायसवाल अपहरण कांड की जांच पूरी हो गई है, जिसमें पुलिस ने 10 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। इनमें सात पर अपहरण और फिरौती का आरोप है, जबकि तीन साजिशकर्ता हैं। पुलिस ने अशोक जायसवाल को सुरक्षित बरामद कर लिया था और आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जांच में पता चला कि प्रदीप सोनी ने अपहरण की साजिश रची थी, जिसके बाद सभी आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।

सराफा प्रदीप सोनी ने दो साथियों संग रची थी अपहरण की साजिश
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। शहर को दहला देने वाले अशोक जायसवाल अपहरण कांड की विवेचना पूरी हो चुकी है।शाहपुर थाना पुलिस ने शुक्रवार को 10 आरोपितों के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल कर दी। इसमें सात को अपहरण, फिरौती और आपराधिक साजिश की धाराओं में जबकि तीन को साजिशकर्ता के रूप में आरोपित बनाया गया है।अब सभी के आरोपितों के विरुद्ध गैंग्सटर एक्ट के तहत कार्रवाई होगी।
25 जुलाई की सुबह एयरफोर्स से रिटायर्ड कर्मी और आयुष्मान हॉस्पिटल (पादरी बाजार) के संचालक डा. सुषमा जायसवाल के पति अशोक जायसवाल साइकिल से रेलवे स्टेडियम जा रहे थे।कौआबाग अंडरपास से पहले कार सवार सात बदमाशों ने उन्हें अगवा कर पत्नी के पास फोन कर एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी।
सूचना मिलते ही पुलिस ने शहरभर में नाकेबंदी कर दी।15 घंटे तक चली खोजबीन के बाद पुलिस ने अशोक जायसवाल को सुरक्षित बरामद करने के साथ ही अपहर्ता करुणेश दुबे, श्यामसुंदर यादव और जनार्दन गौंड को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में चार और आरोपियों के नाम सामने आए, जिनमें से कमालुद्दीन ने रायबरेली में दर्ज पुराने मुकदमे में आत्मसमर्पण कर दिया।
अन्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।रिमांड पर लिए कमालुद्दीन से हुई पूछताछ में तीन साजिशकर्ताओं का नाम उजागर हुआ, जिनकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने शुक्रवार को सभी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी। जांच में सामने आया कि अशोक जायसवाल के करीबी रहे सराफा व्यापारी प्रदीप सोनी ने ही अपहरण की साजिश रची थी।
प्रदीप ने अपने दो साथियों देवेश मणि त्रिपाठी उर्फ तरुण और इंद्रेश तिवारी उर्फ मोनू के साथ मिलकर पूरी योजना बनाई थी। मोनू ने करुणेश, कमालुद्दीन और अन्य बदमाशों को अशोक के अपहरण का जिम्मा सौंपा था। प्रदीप सोनी ने अशोक जायसवाल के मकान में सोने-चांदी की दुकान खोली थी। व्यापार के नाम पर पांच लाख रुपये उधार लिए थे।
पादरी बाजार में बन रहे फ्लाइओवर निर्माण के दौरान दुकान टूटने से भारी नुकसान हुआ जिसके बाद वह कर्जदार बन गया। पुलिस के अनुसार, प्रदीप के पास अशोक के घर और हॉस्पिटल दोनों के सीसी कैमरों का एक्सेस था।वह उनके दैनिक रूटीन से परिचित था।
इसी जानकारी का फायदा उठाकर उसने अपहरण की योजना बनाई, ताकि धमकाकर रुपये वसूला जा सके।एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि आरोपितों की संपत्ति को जब्त कराने के लिए उनके विरुद्ध गैंग्सटर एक्ट की कार्रवाई की जाएगी।
इनके विरुद्ध हुई दाखिल हुई चार्जशीट:
श्यामसुंदर उर्फ गुड्डू यादव (ढेबरा बुजुर्ग, सिकरीगंज), करुणेश कुमार दुबे (चौतरा पट्टी, बेलघाट), कमालुद्दीन (जद्द पट्टी, सिकरीगंज), जनार्दन गौंड (बलुआ उर्फ बकसुड, सिकरीगंज), प्रीतम कुमार (ढेबरा, सिकरीगंज), अंकित तिवारी उर्फ शेरू (कोटिया बिसुनी, सिकरीगंज), अंशुमान त्रिपाठी उर्फ अंश (कोटिया बिसुनी, सिकरीगंज), प्रदीप सोनी उर्फ पिंटू (आवास विकास कॉलोनी, बस्ती, हाल पता मोहनापुर नाई टोला, शाहपुर), देवेश मणि त्रिपाठी उर्फ तरुण (बुद्ध बिहार, रामगढ़ताल), और इंद्रेश तिवारी उर्फ मोनू (अघोर पीठ, राजघाट)।
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