गोरखपुर में होगी इंजेक्शन और टीकों की जांच, पहले 15 दिन बाद आती थी रिपोर्ट
गोरखपुर में अब इंजेक्शन और टीकों की जांच स्थानीय स्तर पर होगी, जिससे रिपोर्ट मिलने में लगने वाला समय कम हो जाएगा। पहले जांच रिपोर्ट 15 दिन बाद आती थी, ...और पढ़ें

तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण
दुर्गेश त्रिपाठी, गोरखपुर। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के गोरखनाथ नथमलपुर स्थित प्रयोगशाला में इंजेक्शन और टीकों की भी जांच होगी। उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे देश में अभी इनकी जांच हिमाचल प्रदेश के कसौली में केंद्र सरकार की प्रयोगशाला में होती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से अब उत्तर प्रदेश के साथ ही गोरखपुर का नाम इंजेक्शन व टीकों की जांच में अग्रणी होगा।
जनवरी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नथमपुल में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के कार्यालय व प्रयोगशाला का उद्घाटन किया था। इसके बाद औषधि व खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बैठना शुरू कर दिया। अधिकारियों के आने के बाद प्रयोगशाला की स्थापना की दिशा में तेजी से काम शुरू किया गया।
इन तल पर होगी जांच
भूतल : खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन के अधिकारी बैठ रहे हैं। यहीं पूरा रिकार्ड रहेगा और आने वालों के बैठने की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
प्रथम तल : खाद्य विभाग द्वारा लिए गए नमूनों की जांच होगी। इसके लिए बड़ी प्रयोगशालाएं बनकर तैयार हैं। उपकरण भी जल्द आने की उम्मीद है।
द्वितीय तल : औषधि प्रशासन विभाग दवाओं की जांच करेगा। यहां आने टेबलेट, कैप्सूल, सीरप के नमूनों की जांच की जाएगी। यदि दवाएं नकली या अधोमानक हैं तो संबंधित जिले को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
तृतीय तल : इंजेक्शन व टीकों के नमूनों की जांच की जाएगी।
15 दिन में आती है रिपोर्ट
इंजेक्शन के नमूने की जांच अत्याधुनिक मशीनों में की जाएगी। एक नमूने की जांच रिपोर्ट आने में 15 दिन लग जाते हैं। अमूमन औषधि के नमूनों की जांच रिपोर्ट देने में 60 दिन का समय दिया जाता है लेकिन ज्यादा नमूने आने के बाद रिपोर्ट देने में समय लगता है।
बीआरडी मेडिकल कालेज में बंद होगी प्रयोगशाला
बीआरडी मेडिकल कालेज में खाद्य सुरक्षा विभाग की प्रयोगशाला है। यहां खाद्य विभाग द्वारा लिए गए नमूनों की जांच होती है। जांच के लिए नमूने दूसरे जिलों से आते हैं। गोरखपुर के नमूने दूसरे जिलों में जांच के लिए भेजे जाते हैं। हाल के दिनों में आने वाले नमूनों की तेजी से जांच कराई जा रही है। इसके बाद 15 दिन तक प्रयोगशाला बंद कर उपकरणों को नथमलपुर प्रयोगशाला में भेजा जाएगा।
हम इंजेक्शन के नमूनों की जांच शुरू करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। इसके बाद टीकों के नमूनों की जांच शुरू की जाएगी। अत्याधुनिक मशीनों से जांच की सुविधा रहेगी। जनवरी तक प्रयोगशाला शुरू करने की योजना है। इस पर काम चल रहा है।
राजकुमार गुप्ता, सहायक आयुक्त खाद्य

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