Gorakhpur Heatwave Update: गोरखपुर में प्रचंड गर्मी, बारिश का इंतजार; टूटा 11 साल का रिकॉर्ड
गोरखपुर में गर्मी का प्रकोप जारी है जहाँ न्यूनतम तापमान ने 11 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी उत्तर प्रदेश और बिहार में निम्न दबाव के क्षेत्रों के कारण 13 जून से बारिश होने की संभावना है जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिल सकती है। लगातार बारिश के बाद पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसून की दस्तक मानी जाएगी।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। मानसून से पहले गर्मी अपना चरम रूप दिखा रही है। धूप व बादल के साथ पाकर जमकर सता रही है। दिन में तो राहत नहीं ही मिल रही, रात भी कहर बरपा रही है। रात की गर्मी ने बीते 11 वर्ष में जून का नया रिकाॅर्ड बना दिया है। न्यूनतम तापमान के आंकड़े को 2014 के बाद अधिकतम स्तर पर पहुंचा दिया है।
11 जून को न्यूनतम तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ, जो बीते 11 वर्ष में सर्वाधिक रहा। इससे पहले जून में इससे अधिक 30.4 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान 2014 में रिकार्ड हुआ था।अधिकतम तापमान भी बीते चार दिन से 40 डिग्री सेल्सियस के पार बना हुआ है।
बुधवार को भी यह 41.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। मौसम विभाग के मानक पर 11 जून हीट वेव वाला दिन करार हुआ क्योंकि अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस अधिक रिकार्ड हुआ।
मौसम विज्ञानी कैलाश पांडेय के अनुसार पर्यावरण प्रदूषित होने की वजह से जलवायु में परिवर्तन हो रहा है। इसके परिणाम स्वरूप दिन तो अपेक्षाकृत गर्म हो ही रहा है, रात को भी गर्मी से राहत नहीं मिल रही है। 11 जून को न्यूनतम तापमान का 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाना इसका प्रमाण है।
उन्होंने बताया कि छिटपुट बादलों का साथ पाकर धूप गर्मी का सूचकांक बढ़ा दे रही है। साथ ही रात का तापमान भी अपेक्षाकृत ऊपर पहुंचा दे रही है। ऐसे में लोगों को दिन व रात दोनों समय रिकार्ड तापमान से अधिक की गर्मी का अहसास हो रहा। बुधवार को रिकार्ड तापमान से तीन डिग्री सेल्सियस की गर्मी का अहसास लोगों को हुआ। दिन में हुआ पसीना रात तक सूखने नहीं पाया। लोग बेचैन होकर गर्मी से राहत के लिए वर्षा की राह देखते रहे।
कल से शुरू होगी वर्षा
मौसम विज्ञानी कैलाश पांडेय के अनुसार वर्तमान वायुमंडलीय परिस्थितियों में गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में वर्षा की शुरुआत 13 जून से होने की संभावना है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ऊपरी वायुमंडल में चक्रवाती हवा का क्षेत्र व निम्न वायुदाब क्षेत्र बना हुआ है।
पूर्वी बिहार में भी एक निम्न वायुदाब क्षेत्र बना हुआ है। दोनों का प्रभाव अगले 48 घंटे में गोरखपुर में दिखेगा।परिणाम स्वरूप आंधी के बीच गरज-चमक के साथ वर्षा की शुरुआत होगी। 15-16 जून को प्रभावी वर्षा होगी।
मानसून की दस्तक वर्षा के क्रम को आगे बढ़ाएगी। तीन दिन की लगातार वर्षा के बाद मौसम विभाग के मानक पर पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसून की दस्तक मान ली जाएगी।
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