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    गोरखपुर में आस्था की अद्भुत छटा, आकर्षण का केंद्र बना रामेश्वरम का पंडाल

    Updated: Wed, 01 Oct 2025 02:31 PM (IST)

    गोरखपुर शहर में दुर्गा पूजा पंडाल भक्ति और नवाचार का अनूठा संगम प्रस्तुत कर रहे हैं। महेसरा में रामेश्वरम मंदिर जैसा पंडाल और हजारीपुर में भूत-प्रेतों की थीम वाले पंडाल आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। धर्मशाला बाजार में देश की बहादुर बेटियों को समर्पित पंडाल भी खूब सराहा जा रहा है। भक्त क्यूआर कोड से ऑनलाइन दान भी कर रहे हैं।

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    प्रतिमा के साथ सेल्फी लेती महिला श्रद्धालु। संगम दूबे

    अरुण मुन्ना, जागरण, गोरखपुर। शहर में मां दुर्गा की प्रतिमाओं के पंडाल नए- नए थीम पर सजे हैं। इनकी भव्यता इंटरनेट मीडिया पर खूब प्रसारित हो रही है। महेसरा में रामेश्वरम की तर्ज पर बना पंडाल दूर से लुभा रहा तो हजारीपुर में भूत-प्रेतों की थीम पर सजावट बच्चाें संग बड़ों को भी रोमांचित कर रही है। आयोजकों का कहना है कि प्रति वर्ष नए थीम पर पंडाल बनाए जाते हैं। लेकिन इस बार नवरात्र में नवाचार के साथ भक्ति और आस्था का अद्भुत संगम दिख रहा है।

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    अपराह्न 02:15 बजे नेपाल राेड पर स्थित महेसरा गांव के समीप पहुंचते ही वाहनों की रफ्तार धीमी हो जा रही है। आने- जाने वाले लोग अपने वाहनों को रोककर दुर्गा पूजा पंडाल को एकटक निहार रहे हैं। रामेश्वरम मंदिर की तर्ज पर सजा पंडाल लोगों को अपनी ओर खींच रहा है।

    मां के दर्शन- पूजन के बाद हर कोई मोबाइल फोन से वीडियो- फोटो बना रहा है। बच्चे, वरिष्ठजन, महिलाएं, युवतियाें और युवाओं में असीम उत्साह दिख रहा है। श्री श्री पूजा समिति महेसरा के अध्यक्ष फूलदेव निषाद अपने सहयोगी उपाध्यक्ष मुन्ना, कोषाध्यक्ष मदन व शिवशंकर, प्रबंधक भगवानदास निषाद, जसवंंत निषाद, मदन सहानी, शिवशंकर, मुन्ना, अभिषेक, रतनसेन सहित अन्य लोगों से उपस्थित हैं।

    दिलेजाकपुर में पंडाल में स्थापित दुर्गा जी की प्रतिमा। जागरण


    वह लोग यातायात प्रभावित होने पर सभी को आगे बढ़कर वाहन खड़ा करने की अपील कर रहे हैं। फूलदेव बताते हैं कि प्रतिवर्ष वह लोग दुर्गा पूजा पंडाल बनाते हैं। रामेश्वरम की तर्ज पर 60 फीट ऊंचा पंडाल बनाने में दो माह का समय लगा है।

    थ्री डिजाइन की छपाई रात में रोशनी के साथ अद्भुत लगती है। इसे तैयार करने में सौ से अधिक लोगों ने सहयोग किया है। गोरखनाथ जा रही मानीराम की सरिता और सलोनी ई रिक्शा को रोककर रील बनाने लगती हैं।

    चालक को कहना पड़ता है कि दूसरे साधन से चले आइएगा। पूजा समिति के शिवशंकर ने बताया कि तमिलनाडु में स्थित रामेश्वरम मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। इस मंदिर में शिव जी के दर्शन करने मात्र से ब्रह्म हत्या जैसे पापों से भी मुक्ति मिल जाती है।

    कोयला गली माया बाजार में स्थापित दुर्गा प्रतिमा। जागरण


    मोहरीपुर में श्री श्री दुर्गा पूजा भवानी समिति की ओर से पंडाल सजाया गया है। अंबे माता की विशालकाय प्रतिमा, लक्ष्मी- गणेश का आकर्षक स्वरूप सबको भा रहा है। यहां से आगे बढ़ते हुए सभी शीश झुकाकर श्रद्धा निवेदित कर रहे हैं।

    राजेंद्र नगर और गोरखनाथ में पंडालों की भव्यता मन को मोहित कर रही है। धर्मशाला बाजार में श्री श्री दुर्गा पूजा विद्यार्थी समिति की ओर से देश की बहादुर बेटियों को समर्पित पंडाल बनाया गया है। इसके ऊपरी हिस्से में विराजमान एआइ से बने नन्हें शंकर और पार्वती पर निगाहें टिक जा रही हैं। भीतर विराजमान मां का रूप भी कुछ पल ठहरने के लिए विवश कर रहा है।

    महेसरा में रामेश्वरमंदिर के तर्ज बना पंडाल। संगम दूबे


    हजारीपुर में भूत- पिशाचों से सजा पंडाल बच्चों के संग बड़ों को भी रोमांचित कर रहा है। पंडाल के दोनों तरफ बने गेट पर भूत- प्रेत लटक रहे हैं। बरगद की जड़ों पर मकड़ी के जालों के बीच भूतों का डरावना स्वरूप देखने के लिए हर कोई ठिठक रहा है। यहां प्रतिदिन शिव बरात और महिषासुर मर्दन की सजीवता का दर्शन स्वचालित मूर्तियों के माध्यम से भक्तगण कर रहे हैं।

    माता वैष्णो व शिव शंकर का परिवार सब कुछ अद्भुत लग रहा है। यहां मौजूद शंभू बताते हैं कि नवदीप एसोसिएशन हनुमान मंदिर हजारीपुर की ओर से पंडाल बनाया गया है। इस बार शिव बरात की थीम है। पंडाल के सामने ही फूल- माला के थोक विक्रेता जितेंद्र सैनी बताते हैं कि रात में रोशनी के बीच भूत- प्रेतों की आवाज डरावनी लगती है।

    इसी तरह से असुरन चौक पर ऑपेरशन सिंदूर को समर्पित पंडाल बना है। तो कूड़ाघाट की मां वैष्णो देवी गुफा इंटरनेट मीडिया पर ट्रेंड कर रही है। गमलों में लगे पेड़- पौधों की हरियाली के बीच लोग त्रिकुटा पर्वत पर विराजमान माता के दर्शन का आनंद ले रहे हैं। नंदानगर की आशा कहती है कि जम्मू जाने की आस पूरी नहीं हो पा रही है। यहीं आकर मन को सुख मिल रहा है।

    अहलदादपुर तिराहे पर स्थापित दुर्गा जी की प्रतिमा को देखने के लिए उमड़ी श्रद्वालुओं की भीड़। जागरण


    इसी तरह की सजावट सिघड़ियां में श्री श्री दुर्गा पूजा युवा गोल्डेन छात्र समिति की ओर से की गई है। शहर में सजे अन्य दुर्गा पंडाल भी इंटरनेट मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं।

    आनलाइन दानपात्र, क्यूआर कोड से भुगतान

    दुर्गा पंडालों में पहुंचने वाले श्रद्धालु दान पुण्य भी प्राप्त कर रहे हैं। दान पेटिका के अलावा अधिकांश जगहों पर आनलाइन दानपात्र की व्यवस्था है। पोस्टर- बैनकर लगाकर पूजा समितियों की ओर से क्यूआर कोड प्रदर्शित किया जा रहा है। श्रद्धालु उसके माध्यम से पूजा समितियों को अपना सहयोग प्रदान कर रहे हैं।