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    गोरखपुर DM ने की विकास कार्यों की समीक्षा, 191 परियोजनाएं रखी रेड श्रेणी में, बोले- विलंब पर तय होगी जवाबदेही

    Updated: Sat, 25 Oct 2025 12:25 PM (IST)

    गोरखपुर के जिलाधिकारी दीपक मीणा ने विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए धीमी गति से चल रही 191 परियोजनाओं को रेड श्रेणी में रखा। उन्होंने देरी के कारणों की जाँच कर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी। डीएम ने गुणवत्ता बनाए रखने और दैनिक प्रगति रिपोर्ट अपडेट करने के निर्देश दिए, साथ ही कहा कि विकास की गति बनाए रखना प्रशासन की प्राथमिकता है।

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    तय समय से पीछे चल रही परियोजनाओं पर सख्त हुए डीएम ने दी चेतावनी

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। डीएम दीपक मीणा ने शुक्रवार को विकास भवन में आयोजित विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान देर से चल रही परियोजनाओं पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि विलंब की वजहों की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारी, कर्मचारी को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने निर्देश दिया कि अब जबकि सभी परियोजनाओं से संबंधित भूमि बाधाएं समाप्त हो चुकी हैं, सभी संस्थाएं अपने कार्यों की गति बढ़ाएं और निर्धारित समय सीमा में गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करें।

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    डीएम ने बताया कि जिले में इस समय 2051 निर्माण कार्य चल रहे हैं, जिनमें से 191 कार्य रेड श्रेणी में हैं, जो लक्ष्य से पीछे चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि रेड श्रेणी में आने वाले कार्यों की साप्ताहिक समीक्षा की जाएगी और विलंब के कारणों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।

    उन्होंने चेतावनी दी कि जो संस्थाएं बिना ठोस कारण के कार्य में विलंब करेंगी, उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई और अनुबंध निरस्तीकरण पर विचार किया जाएगा। डीएम ने विशेष रूप से पुलिस लाइन, पीएसी परिसर, मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, प्राविधिक विद्यालय और ओवरब्रिज परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और निर्देश दिए कि गुणवत्ता व सुरक्षा मानकों से किसी भी प्रकार का समझौता न किया जाए।

    उन्होंने कहा कि गोरखपुर में विकास की गति बनाए रखना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी नोडल अधिकारी अपने कार्यों की दैनिक प्रगति रिपोर्ट अपडेट करें और साप्ताहिक भौतिक सत्यापन कराएं। पूर्ण परियोजनाओं का गुणवत्ता परीक्षण और निरीक्षण रिपोर्ट भी तैयार की जाए।

    बैठक में जिला विकास अधिकारी राजमणि वर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. राजेश झा, पीडब्ल्यूडी नोडल अधिकारी एके सिंह समेत सभी विभागों के अधिकारी और कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।