यूपी के इस शहर में दोगुणा रफ्तार से फैल रहा डेंगू, रोगियों की संख्या हुई 67
गोरखपुर में डेंगू का प्रकोप बढ़ गया है जहाँ पिछले साल की तुलना में इस साल मामले दोगुने हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार वर्षा के कारण मामलों में वृद्धि हुई है। रैपिड जांच में कई मामले पॉजिटिव आ रहे हैं लेकिन एलाइजा जांच न कराने के कारण वे सरकारी आंकड़ों में शामिल नहीं हैं।
जागरण संवाददाता, गाेरखपुर। जिले में डेंगू पिछले वर्ष की अपेक्षा इस साल दोगुणा रफ्तार से फैल रहा है। पिछले साल 31 जुलाई तक डेंगू के केवल 32 संक्रमित मिले थे। इस साल 12 अगस्त तक 67 लोगों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। यह सरकारी डाटा है।
इसके अलावा बड़ी संख्या में बुखार के रोगियों की डेंगू की रैपिड जांच पाजिटिव आ रही है। वे एलाइजा जांच न कराकर उपचार कराना बेहतर समझ रहे हैं। इसलिए सरकारी डाटा में उनकी संख्या शामिल नहीं हो रही है, क्योंकि स्वास्थ्य विभाग एलाइजा जांच को ही सही मानता है।
वर्षा शुरू होने के साथ ही डेंगू के मामले बढ़ने लगे हैं। बीआरडी मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलाजी विभाग के डाटा के अनुसार जनवरी में 19 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई थी, जुलाई में 47 लोग पाजिटिव आए हैं।
अगस्त में 12 तारीख तक 29 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आ चुकी है। हालांकि यह डाटा कई जिलों का है। इसके अलावा बड़ी संख्या में लोग रैपिड जांच रिपोर्ट पाजिटिव आने पर निजी अस्पतालों में उपचार करा रहे हैं। उनका डाटा न तो बीआरडी के पास है और न ही स्वास्थ्य विभाग के पास, क्योंक उन्होंने एलाइजा जांच नहीं कराई और न ही इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी है।
बुखार हो तो यह करें
- प्रशिक्षित चिकित्सक को दिखाएं
- चिकित्सक की निगरानी में दवा के साथ पर्याप्त बेड रेस्ट लें
- तरल भोज्य पदार्थों का सेवन करें और खूब पानी पीएं
- तीव्र बुखार की स्थिति में 108 एंबुलेंस की सहायता से अस्पताल पहुंचें
बुखार हो तो यह न करें
- अपने मन से दवा न लें
- शारीरिक श्रम न करें
- बुखार उतरने लगे तो निश्चिंत न हों और सावधानी जारी रखें
- बुखार ठीक होने के बाद भी बेड रेस्ट लें
डेंगू के लक्षण
- तेज बुखार
- त्वचा पर चकत्ते
- तेज सिर दर्द
- पीठ दर्द
- आंखों में दर्द
- मसूड़ों से खून बहना
- नाक से खून बहना
- जोड़ों में दर्द
- उल्टी
- डायरिया
यह बरतें सावधानी
- छत एवं घर के आसपास अनुपयोगी सामग्री इकट्ठा न होने दें
- हफ्ते में एक बार टीन, डिब्बा, बाल्टी का पानी खाली कर दें और दोबारा उपयोग के लिए उनको सुखाएं
- प्रत्येक सप्ताह कूलर का पानी खाली कर दें और सुखाकर ही पानी भरें
- पानी के बर्तन और टंकी आदि को ढंक कर रखें
- हैंडपंप के आसपास पानी इकट्ठा न होने दें
- घर के आसपास के गड्ढों को मिट्टी से ढंक दें
- साफ जमा पानी में मिट्टी का तेल या जला हुआ इंजन का तेल डालें
- दिन में भी पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें
डेंगू की रोकथाम के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमें मोहल्लों में जाकर लोगों को जागरूक कर रही हैं और जमा पानी में एंटीलार्वल का छिड़काव किया जा रहा है। जिनकी रैपिड जांच पाजिटिव आ रही है, वे स्वास्थ्य विभाग में आएं, निश्शुल्क एलाइजा जांच की जाएगी।
-अंगद सिंह, जिला मलेरिया नियंत्रण अधिकारी
वर्षा शुरू होने के बाद डेंगू रोगियों की संख्या बढ़ी है। नमूने भी ज्यादा आ रहे हैं। इस माह में 12 तारीख तक 29 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आ चुकी है। पिछले महीने में 47 लोग संक्रमित पाए गए थे। उपचार से बेहतर बचाव है, इसलिए सावधानी बरतें। घर के आसपास साफ पानी जमा न होने दें।
-डा. अमरेश कुमार सिंह, अध्यक्ष माइक्रोबायोलाजी विभाग, बीआरडी मेडिकल कालेज
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