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    तीन माह से साइबर अपराधियों की प्रताड़ना झेल रही थी शबाना, उठाया आत्मघाती कदम

    Updated: Sun, 17 Aug 2025 08:24 AM (IST)

    गोरखपुर के जानीपुर गाँव में शबाना खातून नामक एक युवती ने साइबर अपराध से तंग आकर आत्महत्या कर ली। ठगों ने उसे वीडियो कॉल पर फंसाया आपत्तिजनक वीडियो बनाया और फिर ब्लैकमेल करके डेढ़ लाख रुपये ऐंठ लिए। पैसे देने के बाद भी प्रताड़ना जारी रही जिसके कारण उसने यह कदम उठाया। पुलिस मामले की जाँच कर रही है।

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    शबाना के दरवाजे पर बैठे स्वजन व गांव के लोग- जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। जानीपुर गांव की 27 वर्षीय शबाना खातून की मौत एक दर्दनाक हकीकत उजागर करती है कि साइबर अपराध किस हद तक आम लोगों की जिंदगी तबाह कर सकते हैं। तीन माह तक लगातार प्रताड़ना झेलने के बाद आखिरकार उसने गुरुवार को अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।

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    पुलिस की जांच और परिवार से मिली जानकारी के अनुसार, शबाना को ठगों ने फोन काल के जरिए अपने जाल में फंसाया था।पार्सल आने व जांच में पकड़े जाने झांसा दिया गया।वीडियो काल करके उन्होंने उसे रिकार्ड किया।बाद में इसी वीडियो का इस्तेमाल कर आपत्तिजनक वीडियो तैयार किया,जिसे प्रसारित करने की धमकी देकर करीब डेढ़ लाख रुपये ऐंठ लिए गए।

    यह रुपये उसे पिता,भाई व मां से मिले थे जिसे उसने सहेज कर रखे थे।अपने पास रखी पूरी रकम गंवाने के बाद बाद भी साइबर ठगों ने पीछा नहीं छोड़ा। वे लगातार धमकी देते रहे कि और पैसे नहीं दिए तो उसका वीडियो प्रसारित कर देंगे।साइबर अपराधियों से हुई बातचीत को उसने अपने मोबाइल फोन में रिकार्ड किया है।

    करीब तीन माह से चल रही इस प्रताड़ना की जानकारी शबाना ने न तो पुलिस को दी और न ही परिवार को। शायद उसे डर था कि बात सामने आने पर परिवार परेशान होगा। लेकिन अपराधियों की ब्लैकमेलिंग से टूटकर उसने आत्मघाती कदम उठा लिया।

    घटना के बाद वीडियो व आडियो सामने आने पर मां व भाई ने आरोप लगाया कि साइबर अपराधियों ने शबाना को मानसिक रूप से इतना तोड़ दिया कि वह जीना नहीं चाहती थी।

    साइबर अपराध से कैसे बचें :

    • अनजान काल पर कभी भी व्यक्तिगत जानकारी या बैंक संबंधी विवरण साझा न करें।
    • किसी भी तरह का लेन-देन केवल आधिकारिक और सुरक्षित प्लेटफार्म के जरिए करें।
    • संदिग्ध काल आने पर तुरंत नंबर ब्लाक करें और 1930 (राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर) पर शिकायत करें।
    • कोई ब्लैकमेल करे तो साइबर क्राइम पोर्टल (cybercrime.gov.in) पर रिपोर्ट करें।
    • परिवार में भी इस तरह की बातों को छिपाने के बजाय साझा करें ताकि समय रहते मदद मिल सके।