गोरखपुर में फिल्मी अंदाज में लूट: पुलिस बता तमंचा थमाया, फोटो खींची फिर लूट लिए 90 हजार
गोरखपुर के गीडा इलाके में एक युवक को क्राइम ब्रांच बताकर पांच लोगों ने अगवा कर लिया। उन्होंने युवक को डरा-धमकाकर 90 हजार रुपये लूट लिए और तमंचा दिखाकर फोटो खींची। आरोपियों ने उसे गहने खरीदने पर भी मजबूर किया। पुलिस मामले की जांच कर रही है और स्थानीय पुलिसकर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गीडा थाना क्षेत्र के नौसढ़ इलाके में फिल्मी स्टाइल में लूट की वारदात सामने आई है। राजस्थान के एक युवक से पांच लोगों ने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताते हुए कार में बंधक बनाकर 90 हजार रुपये निकलवा लिए। इस गिरोह ने तमंचा थमाकर फोटो भी खींची और जेल भेजने की धमकी दे रहे थे।
आरोप है कि स्थानीय चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों की भूमिका भूमिका भी संदिग्ध है, जिनका मोबाइल घटना के बाद से बंद है। बताया जा रहा है कि ये गायब हुई नाबालिग को बरामद करने वह मुंबई गए हैं। अज्ञात के विरुद्ध बंधक बनाकर लूट करने का मुकदमा दर्ज कर एसपी सिटी की अगुवाई में गठित हुई टीम मामले की जांच कर रही है।
बेलीपार के पिछौरा गांव निवासी रविशंकर जयपुर (राजस्थान) में एक निजी कंपनी में काम करते हैं। वरासत के काम से वह इन दिनों अपने ननिहाल भौवापार (बेलीपार) आए हुए थे। मंगलवार दोपहर को वह बाइक से राजघाट पुल की ओर जा रहे थे, तभी नौसढ़ के पास एक कार ने उन्हें रोका। कार से चार युवक और एक महिला निकले, जिन्होंने खुद को क्राइम ब्रांच का बताया।
इसके बाद उन्होंने रविशंकर को जबरन कार में बैठा लिया और कहा कि तुम अवैध हथियारों की तस्करी करते हो। एक तमंचा उसके हाथ में थमा दिया और फोटो खींचकर धमकाया कि आर्म्स एक्ट में जेल जाओगे।
यातना देकर तीन लाख रुपये देने की मांग की। आरोप है कि अपने साथ वह रविशंकर को जनसेवा केंद्र ले गए, जहां डराकर 90 हजार रुपये निकलवाए गए। यहीं नहीं रुके, उसे एक सर्राफा की दुकान पर ले जाकर गहने खरीदने का दबाव डाला गया। लेकिन, डेबिट कार्ड की लिमिट पूरी हो चुकी थी, तो खरीदारी नहीं हो सकी।
इसके बाद युवक को एकला बंधे के पास ले जाकर छोड़ दिया और चेतावनी दी कि कल शाम चार बजे तक तीन लाख लेकर आ जाना, नहीं तो अंजाम भुगतना पड़ेगा। पीड़ित रविशंकर ने बुधवार सुबह एसपी सिटी अभिनव त्यागी से संपर्क कर पूरी घटना बताई। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीओ कोतवाली व सीओ कैंट को जांच का जिम्मा सौंपा।
दोनों अधिकारी एकला बंधे के पास सादे कपड़े में पहुंचे, लेकिन आरोपितों को इसकी भनक लग गई और रुपये लेने नहीं आए। इस बीच एक चौंकाने वाली बात यह भी सामने आई है कि घटना वाले दिन गीडा थाने पर तैनात तीन पुलिसकर्मी नाबालिग लड़की की बरामद करने मुंबई रवाना हुए थे। लेकिन, तब से उनके मोबाइल बंद हैं। उनकी भूमिका भी जांच के घेरे में आ गई है।
रविशंकर की तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध बंधक बनाकर लूटपाट करने का केस दर्ज किया गया है। वारदात में पुलिस बताकर अपराध करने की बात सामने आई है। इस कारण एक विभागीय जांच कमेटी गठित की गई है। क्राइम ब्रांच के साथ ही स्थानीय थाने की पुलिस छानबीन कर रही है। जिन पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है उनके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
- अभिनव त्यागी, एसपी सिटी
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