Gorakhpur: टूटने लगा 117 साल पुराना कलेक्ट्रेट भवन, जानिए कहां शिफ्ट होगा कार्यालय
Gorakhpur Collectorate Office Address गोरखपुर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय को रेलवे बस स्टेशन के पास स्थित क्षेत्रीय पर्यटन कार्यालय भवन में स्थानांतरित किया जाएगा। प्रशासनिक विभाग धीरे- धीरे कार्यालय शिफ्ट करने में जुट गया है। वहीं एडीएम वित्त सीआरओ एवं एआरओ के कोर्ट पुरानी जगह ही रहेंगे।

गोरखपुर, जागरण टीम। गोरखपुर के कलेक्ट्रेट का 117 साल पुराना भवन टूटने लगा है। जिलाधिकारी कार्यालय एवं सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के बीच से अंग्रेजी दफ्तर यानी बड़े हाल तक जाने वाले रास्ते के ऊपर लगा टीन शेड ध्वस्त कर दिया गया है। प्रशासनिक विभाग धीरे-धीरे कार्यालय शिफ्ट करने में जुटा है। कलेक्ट्रेट कार्यालय रेलवे बस स्टेशन के पास क्षेत्रीय पर्यटन कार्यालय भवन में स्थानांतरित किया जा रहा है।
1903 में शुरू हुआ था भवन निर्माण: कलेक्ट्रेट भवन का निर्माण 1903 में शुरू हुआ था और 1910 में इसे पूरा किया गया था। 1940 से लेकर अबतक इस कार्यालय में करीब 66 जिलाधिकारी बैठ चुके हैं। पीडब्ल्यूडी ने इस कलेक्ट्रेट भवन की कीमत 86 लाख रुपये आंकी है और इसे तोड़ने पर करीब 20 लाख रुपये का खर्च आएगा। ध्वस्तीकरण से पहले मिलने वाली इस रकम को बट्टा खाते में रखा जाएगा। ब्रिटिश काल के दौरान कलेक्ट्रेट में सभी काम अंग्रेजी में होते थे। अधिकारी से लेकर अधिकतर कर्मचारी तक अंग्रेज ही होते थे, जिसके चलते इसे आम लोग अंग्रेजी दफ्तर कहते थे। कार्यालय का सबसे बड़ा हाल आज भी अंग्रेजी दफ्तर के रूप में ही जाना जाता है।
पुरानी जगह रहेंगे एडीएम वित्त, सीआरओ एवं एआरओ के कोर्ट: कलेक्ट्रेट भवन के साथ ही एडीएम वित्त एवं राजस्व, मुख्य राजस्व अधिकारी एवं सहायक अभिलेख अधिकारी (एआरओ) का कार्यालय भी टूटना था लेकिन लोगों की सुविधा के लिए इन तीनों अधिकारियों के कोर्ट को फिलहाल पुरानी जगह ही रहने देने का निर्णय लिया गया है। इसके अतिरिक्त सभी कार्यालय शिफ्ट हो जाएंगे। इन्हें बाद में स्थानांतरित किया जाएगा।
65 करोड़ से बनेगा एकीकृत भवन: ध्वस्तीकरण के बाद इसी स्थान पर एकीकृत भवन बनाया जाएगा। सभी सुविधाओं से युक्त इस भवन में जिलाधिकारी के साथ एसएसपी का कार्यालय भी होगा। नए भवन के पहले तल पर जिलाधिकारी एवं एसएसपी का कार्यालय होगा। दूसरे तल पर जिलाधिकारी का कोर्ट होगा। भूकंपरोधी तकनीक से बनने वाले इस भवन में 100 से अधिक वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था होगी। तीसरे तल पर मालखाना होगा। राजस्व का रिकार्ड भी यहीं रखा जाएगा। भवन में बैरक, पुस्तकालय, भूमि अध्याप्ति अधिकारी का कमरा, स्ट्रांग रूम, न्यायिक रिकार्ड रूम, स्टेशनरी रूम एवं किचन की भी व्यवस्था होगी। हर तल पर पहुंचने के लिए लिफ्ट भी लगाई जाएगी।
अपर जिलाधिकारी प्रशासन पुरुषोत्तम दास गुप्ता ने बताया कि कलेक्ट्रेट कार्यालय को स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। क्षेत्रीय पर्यटन कार्यालय भवन में सामान व दस्तावेज पहुंचाए जा रहे हैं। अधिकारियों, कर्मचारियों के बैठने की व्यवस्था हो चुकी है और कोर्ट रूम भी तैयार हैं। एडीएम वित्त एवं राजस्व, सीआरओ एवं एआरओ के कोर्ट अभी पुरानी जगह ही रहेंगे।
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