गोरखपुर PAC में हंगामा अपडेट: रिक्रूट बोलीं, अब शिकायत, न डर, व्यवस्था गई सुधर
गोरखपुर पीएसी में प्रशिक्षण ले रही महिला रिक्रूटों ने बताया कि अब उन्हें शुद्ध पानी और अन्य सुविधाएं मिल रही हैं। कमांडेंट निहारिका शर्मा ने कार्यभार संभालते ही उनकी समस्याएं सुनीं। वरिष्ठ अधिकारी भी लगातार निगरानी कर रहे हैं। प्रशिक्षण केंद्र में आरओ वाटर प्यूरीफायर लगाया गया है और पंखे-कूलर भी बढ़ाए गए हैं। भोजन की गुणवत्ता सुधारने के लिए रिक्रूटों में से ही मेस मैनेजर चुना जाएगा।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। 26वीं वाहिनी पीएसी में स्थित आरटीसी में प्रशिक्षण ले रहीं महिला रिक्रूटों का कहना है कि अब सबकुछ ठीक है। शुद्ध पानी, कूलर, पंखे की व्यवस्था हो गई, अधिकारी मदद को खड़े हैं। बुधवार को जिन रिक्रूटों ने अव्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाई थी, उन्हीं के स्वर अब संतोष और भरोसे से भरे हुए हैं। गुरुवार की सुबह प्रभारी कमांडेंट निहारिका शर्मा ने कार्यभार ग्रहण करते ही रिक्रूटों से बातचीत की और उनकी समस्याएं सीधे सुनीं।
पीएसी मुख्यालय से आए वरिष्ठ अधिकारी लगातार पीएसी परिसर में कैंप कर रहे हैं। एडीजी पीएसी और आइजी खुद हालात की निगरानी कर रहे हैं। बुधवार की रात से कैंपस में ठहर कर उन्होंने व्यवस्थाएं देखीं रिक्रूटों से बात की और बताया कि कोई भी परेशानी सीधे कमांडेंट को बताएं, समाधान तुरंत होगा।
प्रशिक्षण केंद्र में अब आरओ वाटर प्यूरीफायर लगाया गया है। बिजली की आपूर्ति के लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी दुरुस्त की जा रही है ताकि किसी भी हाल में रुकावट न हो। रिक्रूटों की मांग पर पंखे और कूलर की संख्या भी बढ़ा दी गई है।
अधिकारियों के निर्देश पर यह सुनिश्चित किया गया है कि बुनियादी सुविधाओं में अब कोई कोताही नहीं होगी।खाने की गुणवत्ता को लेकर शिकायत न हो, इसके लिए नया प्रयोग किया जा रहा है।
रिक्रूटों में से ही मेस मैनेजर चयनित की जाएगी जो मेस की व्यवस्था देखेंगी खरीदारी से लेकर भोजन की निगरानी तक। इससे पारदर्शिता भी आएगी और संतुष्टि भी बढ़ेगी।
हंगामे के बाद आयी थी कार्रवाई की आंधी
प्रशिक्षण ले रहीं महिला रिक्रूटों ने पेयजल, भोजन और अन्य अव्यवस्थाओं को लेकर बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया था। इस हंगामे की गूंज लखनऊ तक पहुंची और डीजीपी ने सख्त नाराजगी जताई। उसी रात कमांडेंट आनंद कुमार और आरटीसी प्रभारी संजय राय को निलंबित कर दिया गया। वहीं, पीटीएस की महिला रिक्रूटों का प्रेग्नेंसी टेस्ट कराने संबंधी विवादित पत्र लिखने वाले डीआइजी रोहन पी कनय को भी हटा दिया गया।
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