Gorakhpur News: गीडा की बड़ी कार्रवाई, फ्लैटेड फैक्ट्री का निर्माण करा रही फर्म ब्लैकलिस्ट
गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) ने रेडीमेड गारमेंट सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए निर्माणाधीन फ्लैटेड फैक्ट्री के कार्य में लापरवाही बरतने पर एसके कंस्ट्रक्शन का अनुबंध निरस्त कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस परियोजना का शिलान्यास किया था। गीडा अब शार्ट टर्म टेंडर के माध्यम से दूसरी एजेंसी का चयन करेगा और दो-तीन महीने में कार्य पूरा कराएगा।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के तहत रेडीमेड गारमेंट सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) द्वारा सेक्टर-13 में निर्माणाधीन फ्लैटेड फैक्ट्री के कार्य में लापरवाही बरतने पर बड़ी कार्रवाई की गई है। गीडा सीईओ अनुज मलिक ने निर्माण कार्य करा रही फर्म एसके कंस्ट्रक्शन का अनुबंध निरस्त कर उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना का शिलान्यास किया था और उनके हाथों ही इसका लोकार्पण प्रस्तावित है। लेकिन, तय समयसीमा में कार्य पूरा न होने पर गीडा प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है।
अब शार्ट टर्म टेंडर के माध्यम से दूसरी निर्माण एजेंसी का चयन कर अगले दो से तीन माह में कार्य पूरा कराने की तैयारी है। गीडा ने एसके कंस्ट्रक्शन को 23 अगस्त, 2023 को निर्माण कार्य सौंपा था और 22 नवंबर, 2024 तक कार्य पूर्ण करने की समयसीमा तय की थी।
बाद में इसे 31 मार्च, 2025 तक बढ़ाया गया। बावजूद इसके कार्य में कोई उल्लेखनीय प्रगति नहीं हुई। गीडा प्रशासन ने इस अवधि में 11 बार पत्र भेजकर कार्य में तेजी लाने की अपील की, लेकिन फर्म की ओर से अपेक्षित गति नहीं दिखाई गई। इस पर अनुबंध को निरस्त कर फर्म को काली सूची में डाल दिया गया।
30 हजार वर्ग मीटर में बन रही फ्लैटेड फैक्ट्री
फ्लैटेड फैक्ट्री का निर्माण गीडा सेक्टर-13 में लगभग 30 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में किया जा रहा है। इस पर 42 करोड़ 36 लाख रुपये की लागत आएगी। यह भवन ग्राउंड प्लस थ्री फ्लोर संरचना में बनेगा, जिसमें करीब 80 रेडीमेड गारमेंट इकाइयां स्थापित होंगी। साथ ही एक वाणिज्यिक क्षेत्र भी होगा, जहां उद्यमी अपने उत्पादों की बिक्री कर सकेंगे।
निर्माण कार्य पूरा होने के बाद फ्लैटेड फैक्ट्री की इकाइयों का आवंटन शुरू होगा। इसके लिए गीडा इच्छुक उद्यमियों से आवेदन आमंत्रित करेगा। लाटरी प्रणाली के माध्यम से पारदर्शी तरीके से इकाइयों का आवंटन किया जाएगा, जिसमें आरक्षण नीति का भी पालन होगा।
रेडीमेड गारमेंट हब बनेगा सेक्टर-13
फैक्ट्री के चालू होने के बाद सेक्टर-13 क्षेत्र रेडीमेड गारमेंट उद्योग का हब बन सकेगा। एक ही परिसर में दर्जनों इकाइयों की मौजूदगी से बाजार और ग्राहक दोनों को लाभ मिलेगा। इससे क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
फ्लैटेड फैक्ट्री का निर्माण कार्य समय पर पूरा नहीं किया गया। कई बार चेतावनी दी गई, लेकिन लापरवाही जारी रही। इसलिए फर्म को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। अब शार्ट टर्म टेंडर से दूसरी फर्म को काम सौंपा जाएगा और अगले दो-तीन माह में निर्माण कार्य पूरा कराकर इसका लोकार्पण कराया जाएगा।- अनुज मलिक, सीईओ, गीडा
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