BRD मेडिकल कॉलेज से निकाला तो 90 साल के रोगी को सड़क पर लिटाकर लगाया जाम, तब जाकर मिला उपचार
गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान वीडियो बनाने को लेकर डॉक्टर और तीमारदारों में विवाद हो गया। 90 वर्षीय मरीज को वार्ड से बाहर कर दिया गया जिसके बाद परिजनों ने सड़क पर हंगामा किया। पुलिस ने हस्तक्षेप कर मामला शांत कराया और मरीज को वापस भर्ती करवाया। प्राचार्य ने जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर । बीआरडी मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन वार्ड में भर्ती 90 वर्षीय महिला को ब्रेन स्ट्रोक हुआ है। शुक्रवार को उपचार हो रहा था। इसी बीच स्वजन मोबाइल फोन से डाक्टर द्वारा किए जा रहे उपचार का वीडियो बनाने लगे। इस पर जूनियर डाक्टर नाराज हो गए। एक जूनियर डाक्टर ने मोबाइल फोन छीन लिया। इसके बाद रोगी के स्वजन व जूनियर डाक्टर में विवाद शुरू हो गया। बात हाथापाई तक पहुंच गई।
कर्मचारियों के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ। जूनियर डाक्टरों ने वीडियो डिलीट कर मोबाइल फोन तीमारदार को दे दिया, लेकिन रोगी को वार्ड से बाहर भेज दिया। इससे नाराज स्वजन रोगी को मेडिकल कालेज मुख्य द्वार के सामने गोरखपुर-महराजगंज रोड लिटा दिए और हंगामा करने लगे। जाम लग गया। पुलिस ने स्वजन को समझा-बुझाकर शांत कराया और रोगी को पुन: मेडिकल कालेज में भर्ती कराया। उपचार चल रहा है।
पहले ले गए देवरिया मेडिकल कालेज
देवरिया के लार क्षेत्र के कौसर सराया की राजकली देवी को ब्रेन स्ट्रोक होने पर स्वजन पहले देवरिया मेडिकल कालेज ले गए। वहां से डाक्टरों ने बीआरडी मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया। उन्हें मेडिसिन इमरजेंसी वार्ड नंबर 11 में भर्ती कराया गया। जूनियर डाक्टर द्वारा उपचार करने से मना करने के बाद स्वजन राजकली देवी को लेकर मुख्य द्वार के पास पहुंच गए और सामने सड़क पर उन्हें लिटाकर हंगामा करने लगे।
सीओ गोरखनाथ रवि कुमार सिंह एवं गुलरिहा पुलिस पहुंची। समझा-बुझाकर कर मामले को शांत कराया और रोगी को पुन: मेडिकल कालेज में भर्ती करवाया। स्वजन ने बताया कि रोगी के पति स्व. रामस्वरूप राय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। प्राचार्य डा. रामकुमार जायसवाल ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है। किसी भी रोगी का उपचार न करना गंभीर मामला है। शिकायत मिलने पर जांच कराई जाएगी। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
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