गोरखपुर में बारिश से सुधरी शहर की हवा, दिवाली के अब मिली 'राहत की सांस'
गोरखपुर में बारिश होने से शहर की हवा में सुधार आया है। दिवाली के बाद बढ़े प्रदूषण से परेशान लोगों को अब राहत मिली है। बारिश के कारण वातावरण में मौजूद धूल और प्रदूषक तत्व धुल गए, जिससे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में भी गिरावट आई है। हवा साफ होने से लोगों के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

दीपावली के बाद वायु प्रदूषण से बड़ी राहत मिली है। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। शहर में मंगलवार की सुबह वर्षा होने से बड़ी राहत मिली। वर्षा ने हवा में फैले वायु प्रदूषण के कारणों को धो दिया, जिससे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 94 पहुंच गया। विशेषज्ञों का कहना है कि पूरे दिन वायु की गुणवत्ता संतोषजनक बनी रही। दीपावली के बाद वायु प्रदूषण से बड़ी राहत मिली है।
शहर में दीपावली के दौरान वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया था। पटाखों के कारण वायु गुणवत्ता प्रभावित हुई, जिसका असर लगातार बना रहा। पिछले एक सप्ताह के आंकड़ों के अनुसार प्रदूषण19 अक्टूबर को एक्यूआइ 110, 20 को 127, 21 को 280, 22 को 288, 23 को 114, 24 को 168 और 25 को 167 रहा, जबकि 28 अक्टूबर को वर्षा के बाद यह घटकर 91 पर आ गया।
विशेषज्ञों का कहना है कि वर्षा से हवा में मौजूद पीएम 2.5 और पीएम 10 कण जमीन पर बैठ जाते हैं, जिससे वायु गुणवत्ता सुधर जाती है। यह प्राकृतिक सफाई की प्रक्रिया है। यदि अगले कुछ दिनों तक हवा का प्रवाह और नमी बनी रही तो एक्यूआइ 70 के नीचे भी जा सकता है।
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क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहायक विज्ञानी राम मिलन वर्मा ने बताया कि वर्षा के कारण वायु में मौजूद सूक्ष्म धूलकण धुलकर नीचे बैठ गए हैं। यही वजह है कि एक्यूआइ में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। पिछले कुछ दिनों में लगातार प्रदूषण का स्तर ‘खराब’ श्रेणी में बना हुआ था, परंतु अब यह सामान्य स्तर पर लौट आया है।
उन्होंने कहा कि बोर्ड की टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं ताकि शहर की हवा की गुणवत्ता स्थिर बनी रहे। प्रदूषण नियंत्रण को लेकर शहर में नगर निगम की ओर से जल छिड़काव और सफाई का कार्य लगातार जारी है। अधिकारियों ने अपील की कि लोग कचरा न जलाएं और निर्माण सामग्री को ढककर रखें ताकि हवा में धूलकण न फैलें।

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