एम्स में शुरू होगी किडनी रोगियों की ओपीडी, चेयरमैन खुद करेंगे उपचार
गोरखपुर एम्स में अब किडनी रोगियों का इलाज शुरू होगा जिसकी कमान पद्मश्री डॉ. हेमंत कुमार संभालेंगे। वे महीने में एक बार आकर मरीजों को देखेंगे और सलाह देंगे। अगले हफ्ते से किडनी रोगों से बचाव के लिए ओपीडी भी शुरू हो रही है। डॉ. कुमार ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर एम्स के कार्यों की जानकारी दी।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। एम्स में किडनी रोगियों के उपचार की शुरुआत होने जा रही है। इसकी कमान खुद चेयरमैन पद्मश्री डा. हेमंत कुमार संभालेंगे। वह एक महीने के अंतराल पर एम्स आएंगे और रोगियों का परीक्षण कर परामर्श देंगे। इसके साथ ही अगले सप्ताह से एम्स में किडनी रोगों से बचाव की ओपीडी भी शुरू हो जाएगी।
ओपीडी में आने वाले रोगियों को चेयरमैन समय-समय पर आनलाइन परामर्श भी देंगे। डा. हेमंत कुमार वरिष्ठ नेफ्रोलाजिस्ट (गुर्दा रोग विशेषज्ञ) हैं। पटना में वह 35 वर्ष से किडनी रोगियों के उपचार से जुड़े हैं।
मंगलवार को चेयरमैन पद्मश्री डा. हेमंत कुमार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। उन्होंने एम्स में हो रहे कार्यों की मुख्यमंत्री को जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने उन्हें रोगियों के अच्छे उपचार के साथ ही शोध व शिक्षा का बेहतर माहौल बनाने को कहा। चेयरमैन को बधाई देते हुए कहा कि, एम्स की व्यवस्था में तेजी से सुधार हो रहा है।
चेयरमैन ने बताया कि किडनी रोग से बचाव के लिए अगले सप्ताह से ओपीडी शुरू होने जा रही है। इसमें मेडिसिन विभाग और कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के डाक्टर मौजूद रहेंगे। यहां मधुमेह, उच्च रक्तचाप, मोटापा और कई रोगों से पीड़ितों को परामर्श दिया जाएगा। इनकी किडनी पर खतरा ज्यादा होता है। इस दौरान कार्यकारी निदेशक मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) डा. विभा दत्ता भी मौजूद रहीं।
इमरजेंसी में राउंड लेंगे वरिष्ठ डाक्टर, ब्लड कलेक्शन काउंटर बढ़ेंगे
चेयरमैन पद्मश्री डा. हेमंत कुमार ने मंगलवार दिन में एम्स की ओपीडी और इमरजेंसी का निरीक्षण किया। ओपीडी में खून का नमूना देने के लिए खड़े रोगियों को देखकर उन्होंने सवाल किए। समस्या की जानकारी के बाद पांच ब्लड कलेक्शन एरिया बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने इमरजेंसी में बेड की संख्या बढ़ाने के साथ ही सुबह-शाम हर विभाग के डाक्टरों द्वारा निरीक्षण करने के निर्देश दिए। कहा कि इमरजेंसी में रोगियों को हर हाल में प्रारंभिक उपचार मिलना चाहिए। बहुत जरूरी होने पर ही रेफर किया जाए।
डाक्टरों के लिए बनेंगे आवास
चेयरमैन ने एम्स परिसर में डाक्टरों के लिए आवास पर जोर दिया। अभी यहां सिर्फ 48 आवास हैं। साथ ही कर्मचारियों के लिए भी आवास बनाने की संभावना तलाशी। जगह की तलाश के निर्देश दिए। कहा कि आवास की सुविधा होने से डाक्टर व कर्मचारी आकर्षित होंगे।
पढ़ाई को शौक की तरह लें, मेडिटेशन करें
छात्रों में बढ़ रही आत्महत्या की प्रवृत्ति पर चेयरमैन पद्मश्री डा. हेमंत कुमार ने चिंता जताई। उन्होंने एम्स के आडिटोरियम में मेडिकल छात्रों से कहा कि पढ़ाई को शौक की तरह लें। रोजाना सुबह उठने के बाद मेडिटेशन करें। फिर अपने दोस्तों से बात करें। इसके बाद क्लास में जाएं। पढ़ाई का तनाव बिल्कुल न लें क्योंकि पढ़ाई हमारा शौक है। शौक में तनाव नहीं होता है।
उन्होंने मेडिकल छात्रों से कहा कि किसी भी तरह की चिंता न लें। यदि कोई समस्या हो तो डाक्टरों से बात करें। हम सभी का उपचार करते हैं तो मेडिकल छात्र तो हमारे बच्चे की तरह हैं। उन्होंने सफलता के सूत्र भी छात्रों को बताए।
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