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    विदेशी डॉक्टरों भी कर सकेंगे गोरखपुर AIIMS में पढ़ाई, पेन मेडिसिन में सीट खाली

    Updated: Thu, 06 Nov 2025 02:17 PM (IST)

    गोरखपुर AIIMS में विदेशी डॉक्टरों के लिए पेन मेडिसिन में एक सीट शुरू करने की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए मंत्रालय को पत्र लिखकर अनुमति मांगी जाएगी। यह गोरखपुर एम्स के लिए गर्व का विषय होगा।

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    एम्स गोरखपुर पेन अपडेट 1.0 में पेन मेडिसिन में एक और सीट बढ़ाने की उठी मांग

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। एम्स गोरखपुर में विदेश के भी डॉक्टर पेन मेडिसिन में डीएम कोर्स की पढ़ाई कर सकते हैं। एम्स प्रशासन इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखेगा। एम्स गोरखपुर पेन अपडेट 1.0 में शामिल होने पहुंचे छह देशों के पेन फिजिशियन ने कार्यकारी निदेशक मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) डा. विभा दत्ता से अनुरोध किया तो उन्होंने मंत्रालय से पत्राचार कर मार्गदर्शन लेने का आश्वासन दिया। यदि ऐसा होता है तो एम्स दिल्ली के बाद एम्स गोरखपुर दूसरा संस्थान होगा जहां विदेश के डॉक्टर डीएम कोर्स की पढ़ाई कर सकेंगे।

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    एम्स में पेन मेडिसिन में डीएम कोर्स का संचालन होता है। अभी एक सीट पर पढ़ाई हो रही है। दो वर्षीय पाठ्यक्रम पूरा कर जल्द ही पहले डाॅक्टर एम्स से निकलेंगे। पेन मेडिसिन में डीएम कोर्स का संचालन देश के एम्स में सिर्फ ऋषिकेश व मंगलागिरी में ही हो रहा है।

    इंडियन सोसाइटी फाॅर स्टडी ऑफ पेन (आइएसएसपी) के राष्ट्रीय सचिव व वरिष्ठ पेन फिजिशियन (दर्द प्रबंधन चिकित्सक) डाॅ. अनुराग अग्रवाल ने कार्यकारी निदेशक के सामने विदेश के डाॅक्टरों को पेन मेडिसिन कोर्स में प्रवेश की जरूरत के बारे में व्याख्यान दिया। कहा कि विदेश के डाॅक्टर पढ़ाई के लिए आएंगे तो उनकी संस्कृति के साथ ही ज्ञान का भी आदान-प्रदान होगा।

    विश्व में एम्स गोरखपुर की प्रतिष्ठा और बढ़ेगी। कहा कि देश में 37 सौ पेन फिजिशियन हैं। यह देशवासियों को दर्द से राहत देने में जुटे हुए हैं। विदेश के डाॅक्टरों के आने से पेन मेडिसिन की प्रसिद्धि और बढ़ेगी। हम मिनिमली इनवेसिव पेन एंड स्पाइन इंटरवेंशन (मिप्सी) विधि का इस्तेमाल करते हैं।

    यह रीढ़ की हड्डी से संबंधित दर्द, जैसे स्लिप डिस्क और साइटिका के उपचार के लिए एक गैर-सर्जिकल और कम-आक्रामक तकनीक है। यह प्रक्रिया दर्द के स्रोत पर लक्षित होती है, जिससे सर्जरी से बचा जा सकता है और रोगी को जल्द ठीक होने में मदद मिलती है।


    विदेश के डाक्टरों के लिए पेन मेडिसिन में एक सीट शुरू करने की बात उठी है। मंत्रालय को पत्र लिखकर इसके लिए प्रयास किया जाएगा। एम्स गोरखपुर के लिए यह गौरव की बात होगी।

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    मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) डा. विभा दत्ता, कार्यकारी निदेशक, एम्स गोरखपुर