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    ड्रग विभाग के रडार पर 5 संदिग्ध फर्म, नहीं दे रहीं संतोषजनक जवाब, सालभर में 44 कंपनियों को बेचे गए 54 हजार कोडीनयुक्त कफ सीरप

    Updated: Tue, 23 Dec 2025 10:21 PM (IST)

    पूर्वी उत्तर प्रदेश में कोडिन युक्त कफ सीरप की बिक्री की जांच निर्णायक चरण में पहुंच गई है। ड्रग विभाग को उन पांच फर्मों पर गहरा संदेह है, जो न ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। पूर्वी उत्तर प्रदेश में कोडिन युक्त कफ सीरप की बिक्री को लेकर चल रही जांच अब निर्णायक मोड़ पर पहुंचती दिख रही है। ड्रग विभाग की सख्ती के बीच उन पांच फर्मों पर संदेह गहराता जा रहा है, जो नोटिस जारी होने के बावजूद न तो अपना पक्ष रख रही हैं और न ही खरीद-बिक्री से जुड़े दस्तावेज उपलब्ध करा रही हैं। हालात यह हैं कि इन फर्मों को भेजे गए नोटिस कई जगहों पर रिसीव भी नहीं हो पा रहे हैं, जिससे विभागीय अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है।

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    जांच की कड़ी जिले के बड़े सप्लायर कुशल फार्मा से जुड़ती है, जिसके रिकार्ड खंगाले जाने के बाद यह स्थिति सामने आई। विभाग को मिले विवरण के अनुसार इस वर्ष कुशल फार्मा ने 44 अलग-अलग फर्मों को करीब 54 हजार कोडीनयुक्त कफ सीरप की आपूर्ति की है। गोरखपुर-बस्ती मंडल के अलावा इनकी आपूर्ति सोनभद्र व पश्चिमी बिहार तक की गई है। इन सभी फर्मों से दवा की बिक्री, स्टाक की जांच की जा रही है।

    नहीं मिल पाया संतोषजनक जवाब 

    इसी प्रक्रिया में पांच फर्में ऐसी हैं, जिनसे अब तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाया है। ड्रग विभाग ने इन फर्मों को कई चरणों में नोटिस जारी किया है। नोटिस में खरीद के बिल, बिक्री का ब्योरा, स्टाक रजिस्टर, बैंक लेनदेन और लाइसेंस से जुड़े दस्तावेज मांगे गए हैं। लेकिन न तो फर्मों ने कागजात सौंपे और न ही कोई अधिकृत प्रतिनिधि सामने आया। कुछ पते अधूरे या गलत मिले, जिससे यह आशंका भी जताई जा रही है कि फर्में कागजों में तो दर्ज हैं, लेकिन मौके पर उनकी गतिविधियां संदिग्ध हैं।

    सहायक औषधि आयुक्त पूरनचंद के अनुसार विभाग का उद्देश्य अनावश्यक कार्रवाई नहीं, बल्कि पारदर्शिता सुनिश्चित करना है। जो फर्में 60 से 70 प्रतिशत तक सही रिकार्ड प्रस्तुत कर दे रही हैं, उनके खिलाफ केवल नोटिस जारी किया जा रहा है। लेकिन जिन फर्मों के पास अधिकांश बिक्री का कोई ठोस हिसाब नहीं है या जो जांच से बचने का प्रयास कर रही हैं, उनके विरुद्ध विधिक कार्रवाई तय मानी जा रही है। आने वाले दिनों में इन पांच फर्मों पर कड़ा कदम उठाया जा सकता है।