एक साल में बिकी 41 हजार शीशी कफ सीरप खोज रहा विभाग, ड्रग इंस्पेक्टरों को मेडिकल स्टोरों की सूची भेजकर दिया गया जांच का निर्देश
गोरखपुर में कोडीनयुक्त कफ सीरप की अवैध बिक्री पर नकेल कसने के लिए कुशल फार्मा पर छापा मारा गया। यहाँ से 41 हजार शीशी कफ सीरप की बिक्री का रिकॉर्ड मिला है, जिसके बाद मेडिकल स्टोरों की जाँच शुरू हो गई है। अनियमितता मिलने पर लाइसेंस रद्द करने और मुकदमा दर्ज करने की चेतावनी दी गई है। गोरखपुर-बस्ती मंडल के अन्य जिलों में भी जाँच के निर्देश दिए गए हैं।

तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। कोडीनयुक्त कफ सीरप की अवैध बिक्री पर नकेल कसने के लिए ट्रांसपोर्ट नगर स्थित कुशल फार्मा पर छापा मारा। विभाग को यहां से पिछले एक वर्ष में लगभग 41 हजार शीशी कोडीनयुक्त कफ सीरप की बिक्री का रिकार्ड मिला है, जिसके आधार पर संबंधित मेडिकल स्टोरों की जांच शुरू कर दी गई है।
सहायक आयुक्त औषधि पूरन चंद ने बताया कि प्रारंभिक जांच में कुशल फार्मा ने खरीद-बिक्री का पूरा लेखा-जोखा उपलब्ध करा दिया है, जिसमें उन सभी मेडिकल स्टोरों के नाम शामिल हैं, जहां बीते एक वर्ष में कफ सीरप भेजी गई। अब इस सूची के आधार पर प्रत्येक मेडिकल स्टोर से बिक्री का रिकार्ड मांगा जा रहा है।
विभाग ने स्पष्ट किया है कि यदि कहीं भी अनियमितता पाई गई, तो संबंधित मेडिकल स्टोर का लाइसेंस न केवल निरस्त किया जाएगा बल्कि मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा। कोडीनयुक्त कफ सीरप नशे के रूप में प्रयोग किए जाने के कारण कड़ी निगरानी सूची में रखी गई है। इसकी बिक्री का हिसाब रखना हर दुकानदार के लिए अनिवार्य किया गया है।
कुशल फार्मा से गोरखपुर-बस्ती मंडल के सभी जनपदों- देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज, बस्ती, संतकबीरनगर और सिद्धार्थनगर में कफ सीरप की शीशियां भेजी गई हैं। इन सभी जनपदों के ड्रग इंस्पेक्टरों को मेडिकल स्टोरों की सूची भेज दी गई है और उन्हें निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने जिलों में संबंधित मेडिकल स्टोरों से बिक्री का रिकार्ड लेकर विभाग को उपलब्ध कराएं। गोरखपुर में भालोटिया मार्केट की चार दुकानों पर भी बड़ी मात्रा में यह कफ सीरप भेजी गई हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।