गोरखपुर में जालसाजों ने चार लोगों को 21.92 लाख का लगाया चूना, पीड़ितों ने थाने में शिकायत कर मांगी न्याय
मामला सहजनवां और शाहपुर क्षेत्र का है। किसी को वीडियो काल कर जालसाजों ने ब्लैकमेल किया तो किसी को जमीन बेचने के नाम पर सौदा कर लाखों का चूना लगाया। पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुटी है।

गोरखपुर, जागरण टीम। गोरखपुर जिले के सहजनवां और शाहपुर क्षेत्र में जालसाजों ने अलग-अलग तरीके से चार लोगों से 21.92 लाख की ठगी कर ली। इसमें सहजनवां थाना क्षेत्र के तीन लोगों से 19.94 लाख की ठगी हुई है। जानकारी होने के बाद पीड़ितों ने थाने में तहरीर देकर केस दर्ज कराया है।
यह है मामला
सहजनवां के सीहापार में रहने वाले रजनीश शुक्ला ने रविवार को थाना पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उनके मोबाइल फोन पर अनजान नंबर से वीडियो काल आई। रिसीव करते ही अश्लील वीडियो दिखाया जाने लगा। इस दौरान जालसाज ने उनका भी वीडियो बना लिया। दोबारा फोन कर इंटरनेट मीडिया पर वीडियो प्रसारित करने की धमकी दी। प्रसारित नहीं करने के लिए उसने बार कोड भेजकर रुपये की मांग की। इस तरह जालसाज ने 2.60 लाख रुपये ऐंठ लिए।
सहजनवां के गीडा थाने के नगवां निवासी चौथी प्रसाद ने जमीन के नाम पर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई। बताया कि वह इटली में रहकर व्यवसाय करते हैं। ककना निवासी उपेन्द्र कुमार चौबे उर्फ विमल चौबे ने अपनी जमीन बेचने का सौदा 10 लाख में किया था। अक्टूबर, 2021 में चेक के जरिये दो बार में छह लाख और चार लाख नकद दिया। आरोपित रुपये लेने के बाद जमीन देने से मुकर गया और अब मांगने पर जान से मारने की धमकी दे रहा है।
गीडा सेक्टर 15 स्थित टेक्नो फीड्स इंडिया प्रा. लि. के प्रबंधक सुमित राय ने अमानत में ख्यानत का मामला दर्ज कराया। तहरीर में बताया कि 25 अक्टूबर, 2019 को श्रीराम ट्रांसपोर्ट कंपनी के संचालक रविन्द्र से एक ट्रक बुक किया। गाड़ी पर बिहार प्रांत के सीतामढ़ी जिले के तीन व्यापारियों को भेजने के लिए अलग-अलग 1.22 लाख रुपये का 60 बैग, 2.45 लाख का 120 बैग और 3.67 लाख रुपये का 180 बैग की लोडिंग की गई। ट्रांसपोर्ट संचालक, ट्रक चालक मुसईद और मुजफ्फरनगर निवासी ट्रक मालिक इसरार ने पूरा सामान बेचकर पैसे हड़प लिये।
पादरी बाजार प्रतिनिधि के अनुसार शाहपुर क्षेत्र के चंद्रगुप्त नगर निवासी संजीव नयन मिश्रा से जालसाज ने एप डाउनलोड कराकर 1.98 लाख रुपये खाते से निकाल लिए। मोबाइल फोन पर मैसेज आने के बाद उन्हें जानकारी हुई। पीड़ित ने बताया कि 27 अप्रैल को जालसाज ने फोन किया, घर बैठे ईएमआइ जमा करने की बात कहते हुए एप डाउनलोड कराया था।
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