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    पूर्वोत्तर रेलवे की सभी ट्रेनों में फाग सेफ डिवाइस अनिवार्य, कोहरे में दुर्घटनाओं पर लगेगी रोक

    By Jagran NewsEdited By: Pragati Chand
    Updated: Sun, 20 Nov 2022 11:06 AM (IST)

    लखनऊ को 315 इज्जतनगर को 185 व वाराणसी मंडल को 415 फाग सेफ डिवाइस मिले हैं। कोहरे में इंजनों पर फुट प्लेटिंग और पटरियों पर पेट्रोलिंग गई। इसके लिए विशेष अभियान चल रहा है। फाग सेफ डिवाइस से दुर्घटनाओं पर रोक लगेगी।

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    पूर्वोत्तर रेलवे की सभी ट्रेनों में फाग सेफ डिवाइस अनिवार्य। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कोहरे में पूर्वोत्तर रेलवे के रूट पर चलने वाली सभी ट्रेनों (यात्री ट्रेन और मालगाड़ी) में फाग सेफ डिवाइस लगेगी। रेलवे प्रशासन ने इंजनों में फाग सेफ डिवाइस अनिवार्य कर दिया है। इसके लिए लखनऊ मंडल को 315, इज्जतनगर मंडल को 185 तथा वाराणसी मंडल को 415 फाग सेफ डिवाइस आवंटित कर दिए गए हैं। साथ ही रनिंग स्टाफ (लोको पायलट व ट्रेन मैनेजर) तथा संबंधित कर्मियों को निर्देशित कर दिया है। ताकि वे निर्धारित प्रोटोकाल का निर्धारण सुनिश्चित कर सकें।

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    500 मीटर पहले ही लोको पायलटों को सतर्क करेगी डिवाइस

    फाग सेफ डिवाइस सिग्नल के 500 मीटर पहले ही लोको पायलटों को सतर्क (अलर्ट) कर देती है। डिवाइस से न सिर्फ आवाज निकलती है, बल्कि वीडियो पर भी सिग्नल दिखने लगते हैं। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार कोहरे से प्रभावित क्षेत्र में चलने वाली सभी गाड़ियों के इंजनों में फाग सेफ डिवाइस को अनिवार्य कर दिया गया है। फाग सेफ डिवाइस के साथ दृष्यता जांच भी शुरू है। संरक्षा के दृष्टिगत चिन्हित स्थलों पर पर्याप्त संख्या में पटाखा सिग्नल व परावर्ती टेप लगाई जा रही है। स्पष्ट दृष्यता के लिए पेंटिग कराई जा रही है।

    इंजनों पर फुट प्लेटिंग बढ़ाई गई

    रेल लाइनों पर पेट्रोलिंग के फेरे और इंजनों पर फुट प्लेटिंग बढ़ा दी गई है। सिग्नल मैन प्रशिक्षित किए जा रहे हैं। ट्रेनों के अंतिम कोच में एलईडी लाइट व फ्लैशिंग टेल लैंप लगाए जा रहे हैं। समपार फाटकों पर सीटी बजाते हुए नियंत्रित गति से ट्रेनों का संचालन करने के लिए लोको पायलटों को निर्देशित कर दिया गया है। सुरक्षित व सहज परिचालन के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर रूट पर ही प्रतिदिन लगभग 200 ट्रेनें चलती हैं।

    75 किमी से अधिक नहीं होगी ट्रेनों की रफ्तार

    कोहरे में फाग सेफ डिवाइस के साथ ट्रेनों की अधिकतम गति सीमा भी निर्धारित कर दी गई है। ट्रेनें 75 किमी प्रति घंटे से अधिक रफ्तार से नहीं चलेंगी। इसके अलावा रेलवे स्टेशनों, क्रासिंगों और सिग्नलों पर पारंपरिक नियमों और संसाधनों को भी लागू कर दिया गया है।