मोबाइल फोन, विटामिन ए की कमी व गंदगी के कारण बढ़ रहे आंखों के रोग
वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. वाई सिंह ने बताया कि डिजिटल स्क्रीन का अधिक इस्तेमाल और विटामिन ए की कमी से आंखों के रोग बढ़ रहे हैं। मोबाइल, लैपटॉप और ...और पढ़ें

तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ व संगम सुपरस्पेशियलिटी आई हास्पिटल के डा. वाई सिंह ने कहा कि नेत्र रोग बढ़ाने में सबसे बड़ी भूमिका डिजिटल स्क्रीन के ज्यादा इस्तेमाल की है। मोबाइल फोन, लैपटाप, डेस्कटाप, टेबलेट आदि का बिना पलक झपकाए उपयोग आंखों को खराब कर रहा है।
इसके अलावा भोजन में विटामिन ए की कमी, गंदगी, मधुमेह, उच्च रक्तचाप आदि भी आंख के रोग बढ़ा रहे हैं। आंखों की नियमित जांच बेहद जरूरी है। इसमें आप्टोमेट्रिस्ट का बड़ा योगदान है। समय से आंख के रोग की जानकारी हो जाए तो उपचार आसान है।
डा. वाई सिंह शनिवार को होटल कोर्टयार्ड मैरियट में आप्टोमेट्री वेलफेयर सोसाइटी उत्तर प्रदेश की ओर से आयोजित आप्टोमेट्री संगम 2.0 में अपने विचार रख रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता नेत्र सर्जन डा. अनिल श्रीवास्तव ने की। सम्मेलन में देश के अलग-अलग हिस्सों से आए आप्टोमेट्रिस्ट, नेत्र विशेषज्ञ, शिक्षाविद, शोधकर्ता एवं उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। आंखों की देखभाल की आधुनिक तकनीकों, नवीन शोध, क्लिनिकल प्रैक्टिस, शिक्षा एवं भविष्य की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
सीनियर आप्टोमेट्रिस्ट डा. अजय श्रीवास्तव ने कहा कि आंखों की जांच के साथ ही हम रोग की आशंका की जानकारी देते हैं। इससे रोगी का जल्द उपचार शुरू हो जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही महानगरों में आप्टोमेट्रिस्ट की आंखों को स्वस्थ रखने में बड़ी भूमिका है।
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डा. मुश्ताक आलम, डा. वीके राय, डा. संदीप कनौजिया, डा. केबी सिंह, डा. रमाशंकर गुप्ता, डा. एनके चौधरी, डा. आदित्य त्रिपाठी, डा. वर्तिका श्रीवास्तव, डा. अर्चना त्रिपाठी, डा. अलका श्रीवास्तव ने भी अपने विचार रखे। इस दौरान डा. आशुतोष शुक्ल, डा. वीणा मल्ल, डा. अमित मित्तल, डा. कमलेश शर्मा, डा. अनुज आर सिंह, डा. संजय मिश्र, डा. नरेश आहूजा आदि मौजूद रहे।

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