आबादी के हिसाब से ड्रेनेज सिस्टम का विस्तार नहीं
शहर का दायरा बढ़ने से जलभराव का संकट भी बढ़ रहा है। जनपद की नई कालोनियों में जलनिकासी व्यवस्था सुदृढ़ होने का इंतजार है।
जागरण संवाददाता, बस्ती : आजादी के ठीक बाद 1950 में ही जनपद मुख्यालय बस्ती को शहर का दर्जा मिल गया था। नगरपालिका गठन के समय शहर का आकार छोटा था, आबादी लगभग 20 हजार की थी। शुरू में वार्डो की संख्या आठ थी।
वर्तमान में आबादी सवा लाख के करीब पहुंच गई है। वार्डों की संख्या बढ़कर 25 हो गई हैं। नगरपालिका के रिकार्ड में 22 हजार आवास हैं। शहरी क्षेत्र का विस्तार लगातार हो रहा है। इस हिसाब से ड्रेनेज सिस्टम विकसित नहीं किया जा सका है। पुरानी आबादी से बाहर नालियां और नाले नहीं बनाए गए। नई कालोनियों में जलनिकासी व्यवस्था सुदृढ़ होने का इंतजार अभी भी है। पुरानी व्यवस्था के अनुसार 35 किलोमीटर लंबाई में 39 मुख्य नाले और उनसे जुड़ी 150 नालियां समूचे शहर की जलनिकासी व्यवस्था को सुचारू रखने में नाकाफी है। नई कालोनियों को ड्रेनेज सिस्टम से आच्छादित करने के लिए दस बड़े नाले और 50 छोटी नालियों की जरूरत महसूस की जा रही है। क्योंकि बरसात के समय शहर के विभिन्न हिस्सों में जलभराव का संकट गहरा जाता है। यह तब है जब इस शहर को दो दशक पहले मंडल मुख्यालय का भी दर्जा मिल चुका है।
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कालोनी बसने के दौरान नहीं हुआ नालियों का इंतजाम
इधर दो दशक से शहर में नई कालोनियों का निरंतर विकास हुआ। लेकिन ड्रेनेज सिस्टम की व्यवस्था कहीं नहीं बनी। कुछ नगरपालिका क्षेत्र में न आने से वंचित हैं तो कुछ कालोनियों में ड्रेनेज सिस्टम का नियोजन ही नहीं हुआ। पांडेय पोखरा, रामनगर गांवगोड़िया, पचपेड़िया, संजय कालोनी, नरहरिया, न्यू मंगला कालोनी, खौरहवा, आवास विकास उत्तरी, पतेलवा न्यू कालोनी, बड़ेवन आदि मोहल्लों में ड्रेनेज सिस्टम न होने से घरों का पानी सार्वजनिक गड्ढों में या सोख्तों में गिराया जा रहा है।
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नगरपालिका क्षेत्र के सभी वार्ड और मोहल्ले नालियों से आच्छादित किए गए हैं। जहां बिल्कुल नई आबादी है वहां यह सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। कुछ ग्रामीण क्षेत्र जो अब शहर में शामिल हो गए हैं वहां निर्माण नगरपालिका नहीं करा सकती है।
रूपम मिश्रा, नपाध्यक्ष
आंकड़ा एक नजर में 70 साल पुरानी नगरपालिका बस्ती
शहर की कुल आबादी- 114540 2011 की जनगणना के अनुसार
कुल वार्ड- 25
शहरी क्षेत्र में आवास- 22 हजार
मुख्य नाले- 39, लंबाई- 35 किलोमीटर
कुल नालियां- 150