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शिक्षक संकुल कार्यशाला में बोलीं डा. रुक्मिणी कहानियों से बढ़ाएं बच्चों की जिज्ञासा

कहानियां बच्चों की जिज्ञासा एवं अभिव्यक्ति कौशल बढ़ाने के लिए सेतु का कार्य करती है। बच्चों के आंतरिक क्षमता को गहराई से पहचानने के लिए प्रत्येक अध्यापक को बच्चे से जुड़ने की जरूरत है। यह बातें यिदान पुरस्कार विजेता प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन की सीईओ डा.रुक्मिणी बनर्जी ने कही।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Mon, 01 Nov 2021 04:51 PM (IST)Updated: Mon, 01 Nov 2021 04:51 PM (IST)
शिक्षक संकुल कार्यशाला में बोलीं डा. रुक्मिणी कहानियों से बढ़ाएं बच्चों की जिज्ञासा
योगीराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में आयोजित शिक्षक शंकुल कार्यशाला में उपस्थित शिक्षक। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कहानियां बच्चों की जिज्ञासा एवं अभिव्यक्ति कौशल बढ़ाने के लिए सेतु का कार्य करती है। बच्चों के आंतरिक क्षमता को गहराई से पहचानने के लिए प्रत्येक अध्यापक को बच्चे से जुड़ने की जरूरत है। यह बातें यिदान पुरस्कार विजेता प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन की सीईओ डा.रुक्मिणी बनर्जी ने कही। वह 31 अक्‍टूबर को योगीराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में जनपद के सभी संकुल शिक्षकों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला को आनलाइन संबोधित कर रहीं थी। उन्होंने शिक्षकों को उनकी खुद की क्षमता को पहचानने एवं उन्हें उस क्षमता को स्कूल लीडरशिप में लगाने के लिए प्रोत्साहित किया।

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बच्‍चों के लर्निंग गैप को संवेदनशीलता से भरने की दी नसीहत

साथ ही कोविड-19 के उपरांत डेढ़ वर्ष के बाद विद्यालय आए बच्चों के ज्ञानात्मक स्तर, उनके लर्निंग गैप को संवेदनशीलता से लेते हुए उसको भरने के लिए उपचारात्मक शिक्षण की विधियों को साझा किया।

कोविड काल के बाद कठिन दौर से गुजर रहे बच्‍चे

कार्यशाला को आनलाइन संबोधित करते हुए शिक्षाविद व टीचर एप के सीईओ विनोद कराटे ने कहा कि कोविड काल के बाद बच्चे कठिन दौर से गुजर रहे हैं इसमें हमारे शिक्षकों का प्रशिक्षित होना अति महत्वपूर्ण है। उन्होंने विद्यालय के वातावरण को सृजनात्मक बनाने पर जोर देते हुए कहा कि आप एक ऐसा माहौल तैयार करें जिसमें आपको बच्चों के लिए बहुत अतिरिक्त प्रयास न करना पड़े और बच्चे स्वत: सीखने के लिए उत्सुक, जिज्ञासु एवं लालायित हों।

जिलाधिकारी ने शिक्षकों को किया प्रोत्‍साहित

कार्यशाला के आयोजक डीएम विजय किरन आनंद ने शिक्षकों को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें नेतृत्वकर्ता बनकर आगे आने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने शिक्षकों को गोरखपुर को प्रेरक जनपद बनाने का संकल्प भी दिलाया।

सीडीओ ने सुनी शिक्षकों की समस्‍याएं

सीडीओ इंद्रजीत सिंह ने कार्यशाला में शिक्षकाें की समस्याओं को गंभीरता पूर्वक सुनकर विद्यालयों के विकास कार्य एवं कायाकल्प में पर आ रही समस्याओं के निदान के लिए उन्हें आवश्यक सुझाव दिए। कार्यशाला में मिशन प्रेरणा सेल की जूही, अली रजा, अंकुर चौधरी, बीएसए रमेंद्र कुमार सिंह, जिला समन्वयक विवेक जायसवाल समेत समस्त खंड शिक्षाधिकारी, शिक्षक संकुल सदस्य, एआरपी, एसआरजी आदि मौजूद रहे।


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