पटना के नेफ्रोलाजिस्ट पद्मश्री डॉ. हेमंत कुमार बने AIIMS गोरखपुर के चेयरमैन, 35 साल से दे रहे सेवा
पटना के नेफ्रोलॉजिस्ट पद्मश्री डॉ. हेमंत कुमार अब एम्स गोरखपुर के नए चेयरमैन होंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। डॉ. हेमंत कुमार एम्स गोरखपुर के तीसरे चेयरमैन होंगे जो देशदीपक वर्मा का स्थान लेंगे। उनके आने से गोरखपुर में किडनी रोगियों को बेहतर इलाज मिलने की उम्मीद है क्योंकि एम्स में अभी तक नेफ्रोलॉजिस्ट की तैनाती नहीं हो पाई है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। पटना के नेफ्रोलॉजिस्ट पद्मश्री डॉ. हेमंत कुमार एम्स गोरखपुर के नए चेयरमैन होंगे। वह एम्स गोरखपुर के तीसरे चेयरमैन होंगे। चेयरमैन देशदीपक वर्मा का कार्यकाल पूरा हो गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय की संयुक्त सचिव अंकिता मिश्रा बुंदेला ने गुरुवार को इसका आदेश जारी किया।
डॉ. हेमंत कुमार के चेयरमैन बनने से एम्स गोरखपुर में किडनी से जुड़ी बीमारियों के रोगियों को राहत मिलने की उम्मीद है। एम्स की स्थापना से लेकर अब तक नेफ्रोलॉजिस्ट की तैनाती नहीं हो सकी है। निजी क्षेत्र की एक कंपनी ने डायलिसिस शुरू कराई है लेकिन यहां नेफ्रोलॉजिस्ट नहीं रहते हैं।
डॉ. हेमंत कुमार ने एमडी पटना और बीएचयू वाराणसी से नेफ्रोलॉजी में डीएम किया है। इसी साल जनवरी में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया था।
हेमंत कुमार पिछले 35 वर्षों से राज्य में चिकित्सा सेवाओं से जुड़े हैं। उन्होंने पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान से अपना करियर शुरू किया और राज्य की राजधानी के कई अस्पतालों में महत्वपूर्ण पदों पर भी रहे। देशदीपक वर्मा 28 जनवरी 2023 को एम्स गोरखपुर के चेयरमैन बने थे।
डॉ. हेमंत कुमार को रोगियों की परिवार के सदस्य की तरह सेवा करने के लिए जाना जाता है।
वह पिछले 35 वर्ष से रोगियों की निस्वार्थ भाव से सेवा कर रहे हैं।
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