Gorakhpur Link Expressway पर फर्राटा भरे और रील बनाई तो कटेगा चालान, भूलकर भी न करें यह गलती
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर तेज रफ्तार से रील बनाने वालों पर यातायात पुलिस सख्ती कर रही है। चार पहिया वाहनों के लिए 100 किमी/घंटा और बड़े वाहनों के लिए 80 किमी/घंटा की गति सीमा तय की गई है। अब तक 48 वाहनों का चालान काटा जा चुका है। यह कार्रवाई जागरण में प्रकाशित खबर के बाद की गई है। पुलिस गति रडार से जांच कर चालान काट रही है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। लिंक एक्सप्रेसवे पर फर्राटा भरने और रील बनाने पर यातायात पुलिस चालान काट रही है। जागरण में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेकर पुलिस ने रफ्तार का मानक भी तय कर दिया है। चार पहिया वाहनों के लिए 100 और बड़े वाहन (ट्रक, ट्रालर या अन्य) को 80 किमी की रफ्तार से चलना है। इससे ज्यादा चलने पर यातायात विभाग की बाइक टीम स्पीड रडार से रफ्तार चेक कर कार्रवाई कर रही है। अब तक 48 वाहनों का चालान कट चुका है।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण होने के बाद बाइक सवार युवकों की भीड़ एक्सप्रेसवे पर पहुंच गई थी। स्टंट और रेस करते हुए ये युवक रील बना रहे थे। कुछ युवक कुशीनगर समेत आसपास के जिले से भी एक्सप्रेसवे पर पहुंचे और रील बनाए। इसके बाद एक्सप्रेसवे पर अचानक मिक्सर मशीन के आ जाने से कैंपियरगंज के विधायक के काफिले में चल रही स्कोर्ट वाहन भी दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी।
इसमें विधायक समेत पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इन दोनों मामलों को जागरण ने अलग-अलग तिथियों में प्रमुखता से खबर प्रकाशित की। जिसके बाद यातायात पुलिस की बाइक टीम स्पीड रडार लेकर एक्सप्रेसवे पर पहुंची और रफ्तार का मानक तय करते कार्रवाई करनी शुरू की।
एसपी यातायात संजय कुमार ने बताया कि लिंक एक्सप्रेसवे पर चलने का मानक तय कर दिया गया है। प्रतिदिन यातायात पुलिस की टीम बाइक से एक्सप्रेसवे पर अलग-अलग जगह खड़ा होकर रफ्तार की जांच कर रही है। तय मानक से ज्यादा मिलने पर चालान काटा जा रहा है। तीन दिन में 48 वाहनों का चालान काटा गया है।
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