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    दीपावली पर कैसे बचें नकली मिठाई और फलों से? पूजा-पाठ में इस्तेमाल होने वाली खाद्य सामग्री में भी मिलावट

    Updated: Sun, 12 Oct 2025 11:36 PM (IST)

    दीपावली पर मिलावटखोर सक्रिय हैं, जो असुरक्षित खाद्य पदार्थ बेच रहे हैं। मिठाई बनाने के लिए मिलावटी दूध का उपयोग हो रहा है, और केले को केमिकल से पकाया जा रहा है। खाद्य सुरक्षा विभाग लोगों को जागरूक कर रहा है कि वे मिलावटी खाद्य पदार्थों से बचें और विश्वसनीय दुकानों से ही खरीदारी करें। मिलावट की आशंका होने पर विभाग को सूचित करें।

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    जागरण संवाददाता, गाेरखपुर। दीपावली में मिलावटखोरों ने असरक्षित खाद्य पदार्थ बाजार में पहुंचाना शुरू कर दिया है। मिठाई हो या केला, आलू हो या कई तरह की सब्जियां बिना पर्याप्त जांच के खरीदकर खाने से रोग होना तय है। यहां तक कि पूजा-पाठ में जरूरी बताशा को भी शरीर पर लगाने वाले पाउडर की सहायता से चमकाया जा रहा है।

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    खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के अधिकारी लोगों को लगातार जागरूक कर रहे हैं कि वह मिलावटी खाद्य पदार्थों का सेवन न करें। यदि कहीं मिलावटी खाद्य पदार्थ बिकने की जानकारी हो रही है तो विभाग को जरूर सूचित करें।

    मिठाई बनाने के लिए मिलावटखोर दूध के पाउडर में रिफाइंड तेल मिल रहे हैं। इसकी सहायता से मिठाई बनाकर बाजार में धड़ल्ले से बेच रहे हैं। सस्ता के चक्कर में लोग इन्हें खरीदकर खा रहे हैं। ऐसी मिठाई की सर्वाधिक बिक्री ग्रामीण क्षेत्रों व शहर से सटे बाहरी इलाकों में हो रही है।

    केला पकाने के लिए केमिकल मिले पानी का सहारा लिया जा रहा है। दो दिन पहले खाद्य सुरक्षा विभाग ने कौड़ीराम में छापा मारकर चार सौ किलोग्राम केला नष्ट कराया था। मिलावटखोर जिस केला का छिलका पीला नहीं दिखता है उस पर रंग लगा देते हैं। यह रंग पेट में जाए तो कैंसर होने की आशंका बनी रहती है।

    सहायक आयुक्त खाद्य डा. सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि त्योहार में खाद्य पदार्थों को जांच-परखकर ही लें। विश्वसनीय दुकानों पर ही जाएं। यदि मिलावट का शक है तो तत्काल इसकी सूचना दें।