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    Diwali 2022: भारत के बड़े शहरों में मनेगी देसी दिवाली, टेराकोटा के दीये बिखेरेंगे चमक- डिमांड में हैं ये उत्पाद

    By Pragati ChandEdited By:
    Updated: Wed, 21 Sep 2022 04:57 PM (IST)

    Diwali 2022 विश्व प्रसिद्ध टेराकोटा के उत्पादों की डिमांड इस बाद यूपी के बाहर से भी आया है। इस बार दिवाली में अहमदाबाद व हैदराबाद सहित कई शहरों में टे ...और पढ़ें

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    गोरखपुर के टेराकोटा उत्पादों का बोलबाला। -जागरण

    गोरखपुर, उमेश पाठक। इस बार दीपावली में उत्तर प्रदेश के बाहर टेराकोटा कलाकृतियों की धूम रहेगी। अहमदाबाद, हैदराबाद, भोपाल आदि शहरों से बड़े पैमाने पर यहां के टेराकोटा शिल्पकारों को आर्डर मिले हैं। शिल्पकार आर्डर पूरा करने में दिन-रात जुटे हुए हैं। पिछली साल की तुलना में इस बार 20 से 25 प्रतिशत अधिक उत्पाद बाहर भेजे जा रहे हैं।

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    सीएम योगी ने टेराकोटा को दिलाई विश्वस्तरीय पहचान

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयास से एक जिला एक उत्पाद योजना (ओडीओपी) में शामिल होने के बाद टेराकोटा उत्पादों को विश्व स्तर पर पहचान मिली है। कभी खरीदारों का इंतजार करने वाले शिल्पकारों का इंतजार अब व्यापारी कर रहे हैं। दीपावली के मौके पर प्रदेश के बाहर टेराकोटा उत्पादों की खूब मांग रहती है। रतनदीप, स्टैंड दीया, लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा के साथ दीया, हाथी के साथ दीये की खूब मांग है। दीये के अलावा फैंसी उत्पादों की भी खूब मांग आ रही है।

    पिछले साल की तुलना में बाहर भेजे जा रहे अधिक उत्पाद

    टेराकोटा शिल्पकार राजन प्रजापति बताते हैं कि सभी शिल्पकारों को बड़े पैमाने पर ऑर्डर मिला है। इस साल करीब 25 प्रतिशत अधिक उत्पाद बाहर भेजा जाएगा। वहां की मांग पूरी करने के बाद स्थानीय स्तर के लिए तैयारी की जाएगी। शिल्पकार हरिओम आजाद को भोपाल से एक लाख फैंसी दीयों का आर्डर मिला है। इस काम को पूरा करने के लिए उनकी पत्नी करीब आधा दर्जन महिलाओं के साथ लगी हैं। हरिओम बताते हैं कि व्यापार काफी बढ़ा है। महिलाएं भी इस काम में भरपूर सहयोग कर रही हैं।

    स्थानीय स्तर पर भी बढ़ी मांग

    पहले टेराकोटा उत्पादों को लेकर स्थानीय स्तर पर अधिक रुचि नजर नहीं आती थी लेकिन अब स्थानीय स्तर पर भी मांग खूब बढ़ गई है। सभी शिल्पकार अभी बाहर का आर्डर पूरा करने में जुटे हैं, उसके बाद स्थानीय स्तर पर माल तैयार किया जाएगा। पहले की तुलना में स्थानीय स्तर से अधिक ग्राहक आ रहे हैं। टेराकोटा शोरूम में भी भीड़ बढ़ी है।

    12 से 15 करोड़ रुपये है टर्नओवर

    टेराकोटा का टर्नओवर लगातार बढ़ता जा रहा है। अनुमान के मुताबिक इस समय करीब 12 से 15 करोड़ रुपये का टर्नओवर है। राजन प्रजापति बताते हैं कि इस साल उन्होंने करीब एक करोड़ रुपये का माल दूसरे प्रदेशों में भेजा है। करीब आधा दर्जन शिल्पकार ऐसे हैं, जिनके पास 50 लाख से करीब एक करोड़ रुपये तक के आर्डर रहे हैं।