गोरखपुर, जागरण संवाददाता : बड़हलगंज के समयथान गांव में दो समुदायों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इसमें दोनों पक्षों से करीब दर्जनभर लोग घायल हो गए। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत कराया। गांव में एहतियात के तौर पर पुलिस तैनात कर दी गई है। दोपहर डीहस्थान पर कुछ लोगों द्वारा सुंदरीकरण का कार्य किया जा रहा था। इसे लेकर दूसरे समुदाय के कुछ युवकों ने ऐतराज जताया। इसे लेकर दोनों पक्षों में कहा-सुनी शुरू हो गई। विवाद बढ़ने पर दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाकर शांत कर दिया। शाम होते-होते फिर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। घटना की सूचना पाकर बड़हलगंज व गोला की पुलिस मौके पर पहुंच गई। सीओ गोला अंजनी कुमार पांडेय ने बताया कि गांव मे भारी संख्या मे पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी है। मामला शांत है।

हादसे में चार घायल

कैंपियरगंज स्थित ओवरब्रिज के पास वाहन दुर्घटना में बाइक सवार सरपतहा निवासी चंद्रदेव, उनका पांच वर्षीय पुत्र रविशंकर व दूसरी बाइक पर सवार करतहरी निवासी अंकित सिंह व मंतापुर निवासी जयंती घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए सीएचसी कैंपियरगंज में भर्ती कराया गया है।

ट्रक की चपेट में आने से महिला की मौत

गीडा के बाघागाड़ा फोरलेन पर तीन बजे खजनी के सियर निवासिनी 45 वर्षीया गुड्डी देवी की ट्रक की चपेट में आने से मौत हो गई। गुड्डी अपने भतीजे के साथ बाइक से मायके शेरगढ़ जा रही थीं। वह अभी बाघागाड़ा फोरलेन के पास पहुंची थी कि तेज रफ्तार ट्रक ने ठोकर मार दी। इससे बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई। ट्रक गुड्डी को रौंदते हुए निकल गया। इससे गुड्डी की मौके पर मौत हो गई। दुर्घटना में गुड्डी के भतीजे राम ईश्वर घायल हो गए हैं। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

दुष्कर्म का आरोपित गिरफ्तार

सहजनवां थाना पुलिस ने 11 बजे थरुआपार चौराहे से दुष्कर्म के आरोप में जाल्हेपार निवासी अभिषेक पांडेय उर्फ सनी को गिरफ्तार करके जेल भेजा है।

युवक संदिग्ध परिस्थिति में गायब

चौरीचौरा के सरैया टोला के लठौरवा निवासी 23 वर्षीय आशीष कुमार कन्नौजिया करीब चार दिनों से संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गया। पुलिस गुमशुदगी दर्ज करके छानबीन में जुटी है। आशीष बंगलोर में फर्नीचर कारीगर हैं। वह बीते 29 सितंबर बंगलौर में अपने सेठ से हिसाब करके घर गोरखपुर के लिए निकले। एक अक्टूबर को अपने साथी के साथ गोरखपुर आ गए। दूसरे दिन उनके साथी ने घर पर फोन करके पूछा तो पता चला कि घर नहीं पहुंचा है। आशीष मां ने बीते तीन अक्टूबर को आशीष से फोन पर किया तो उसने बताया कि वह बंगलौर में हैं, लेकिन उसके बाद से उसका मोबाइल बंद है।

Edited By: Rahul Srivastava