देवोत्थान एकादशी: माता तुलसी को लगाई गई मेहंदी और हल्दी, विवाह आज
गोरखपुर में देवोत्थान एकादशी धूमधाम से मनाई जाएगी। कान्हा सेवा संस्थान शिप्रा लान में तुलसी विवाह का आयोजन करेगा, जिसमें माता तुलसी के साथ दो कन्याओं का विवाह होगा। पूर्व संध्या पर मेहंदी और हल्दी की रस्म हुई, जिसमें सुंदरकांड और भजन गाए गए। भगवान शालिग्राम की बारात मदन मोहन मंदिर से शुरू होकर शिप्रा लान पहुंचेगी, जहाँ विवाह संपन्न होगा।

सुंदरकांड, भजनों व मंगलगीतों से गूंजता रहा वातावरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। देवोत्थान एकादशी शनिवार को धूमधाम से मनाई जाएगी। आचार्य शरदचंद्र मिश्र व डा. जोखन पांडेय शास्त्री के अनुसार आषाढ़ शुक्ल एकादशी को भगवान विष्णु योगनिद्रा में चले जाते हैं। कार्तिक शुक्ल एकादशी को जागते हैं, इसीलिए इस एकादशी को देवोत्थान एकादशी कहते हैं।
इसके बाद मांगलिक कार्यों का शुभारंभ हो जाता है। एकादशी के दिन कान्हा सेवा संस्थान के तत्वावधान में शिप्रा लान, नेपाल रोड में तुलसी विवाह का आयोजन किया जाएगा। माता तुलसी के साथ दो कन्याओं का विवाह भी संस्था कराएगी। पूर्व संध्या पर तुलसी माता व दोनों कन्याओं को मेहंदी, हल्दी लगाई गई। सुंदरकांड, भजनों व मंगलगीतों से वातावरण गूंजता रहा।
कान्हा सेवा संस्थान के कार्यालय हजारीपुर में शुक्रवार को मेहंदी कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत कलश पूजन से हुई। इसके बाद श्रद्धालुओं ने समवेत स्वर में सुंदरकांड का पाठ किया। मेहदी व हल्दी लगाने के दौरान भजनों व मंगलगीताें से वातावरण गूंजता रहा।
यह भी पढ़ें- Jagran Film Festival: 'प्रहलाद चाचा' से संवाद और 'द ताज स्टोरी' से फिल्मी मेले का हुआ आगाज
कार्यक्रम में स्मृति गुप्ता समेत अनेक श्रद्धालु शामिल थे। आयोजक अनुपम कुमार ने बताया कि माता तुलसी व भगवान शालिग्राम का एकादशी के दिन शनिवार को धूमधाम से विवाह कराया जाएगा।
इसके साथ ही दो कन्याओं का भी विवाह कराया जाएगा। भगवान शालिग्राम की बरात मदन मोहन मंदिर आर्यनगर से शुरू होकर शिप्रा लान नेपाल रोड पहुंचेगी। वहीं पाणिग्रहण संस्कार पूर्ण कराया जाएगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।