UP News: यूपी का यह विश्वविद्यालय एक साथ दे रहा दो डिग्री, अध्यादेश जारी; पर दाखिले से पहले शर्त भी समझ लें
DDU University विश्वविद्यालय की ओर से जारी गाइडलाइंस के अनुसार एक छात्र भौतिक मोड में दो पूर्णकालिक शैक्षणिक प्रोग्राम कर सकता है बशर्ते एक प्रोग्राम के लिए कक्षा का समय दूसरे प्रोग्राम के कक्षा समय मेल न खाता हो। कुलसचिव प्रो.शांतनु रस्तोगी ने बताया है कि इस अधिसूचना जारी होने की तिथि यानी आठ फरवरी से लागू कर दी गई है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय करियर की बेहतरी के लिए विद्यार्थियों को एक साथ दो-दो डिग्री हासिल करने का विकल्प देने जा रहा। विश्वविद्यालय की ओर से इसके लिए अध्यादेश जारी कर दिया गया है। पाठ्यक्रम के विकल्प की गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है। इसके पीछे विश्वविद्यालय का मकसद विद्यार्थियों मेें बहुविषयक सोच को बढ़ावा देकर रोजगार का अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध कराना है।
विश्वविद्यालय की ओर से जारी गाइडलाइंस के अनुसार एक छात्र भौतिक मोड में दो पूर्णकालिक शैक्षणिक प्रोग्राम कर सकता है, बशर्ते एक प्रोग्राम के लिए कक्षा का समय दूसरे प्रोग्राम के कक्षा समय मेल न खाता हो। इसके साथ ही एक छात्र दो शैक्षणिक प्रोग्राम अपना सकता है, एक पूर्णकालिक भौतिक मोड में और दूसरा आनलाइन मोड में, या फिर एक साथ दो प्रोग्राम आनलाइन मोड में। विश्वविद्यालय द्वारा जारी गाइडलाइंस के अनुसार आनलाइन मोड के तहत डिग्री या डिप्लोमा प्रोग्राम केवल ऐसे उच्च शिक्षण संस्थानों के साथ किए जाएंगे, जो यूजीसी, वैधानिक परिषद या भारत सरकार द्वारा ऐसे प्रोग्राम चलाने के लिए मान्यता प्राप्त हैं।
तत्काल प्रभाव से लागू हुई अधिसूचना
कुलसचिव प्रो.शांतनु रस्तोगी ने बताया है कि इस अधिसूचना जारी होने की तिथि यानी आठ फरवरी से लागू कर दी गई है। अधिसूचना से पहले ही दो शैक्षणिक कार्यक्रम का चुनाव कर लेने वाले छात्रों द्वारा किसी भी पूर्वव्यापी लाभ का दावा नहीं किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि उन व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में एक साथ दो शैक्षणिक कार्यक्रमों की अनुमति नहीं दी जाएगी, जहां का नियामक प्राधिकरण अनुमति नहीं देता है।
विद्यार्थियों के व्यापक हित में यूजीसी के 2022 की गाइडलाइंस के अनुसार विश्वविद्यालय के छात्रों को एक साथ दो शैक्षणिक प्रोग्राम करने की अनुमति दी गई है। इससे विद्यार्थियों को रोजगार के लिए बेहतर विकल्प उपलब्ध होंगे। विद्यार्थी एकसाथ कई क्षेत्रों में स्किल्स या विशेषज्ञता हासिल कर सकेंगे। - प्रो. पूनम टंडन, कुलपति, दीदउ गोरखपुर विश्वविद्यालय
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