नेपाल में मस्जिद-मदरसा बढ़ाने को पाक के ‘दावत-ए-इस्लामी’ ने चलाया चंदा अभियान, तीन बैंकों में खोले गए खाते
पाकिस्तान स्थित ‘दावत-ए-इस्लामी’ की नेपाल शाखा मस्जिद-मदरसे बनाने के लिए चंदा जुटा रही है। सीमावर्ती जिलों में पाकिस्तानी नागरिकों की मौजूदगी से खुफिया एजेंसियां सतर्क हैं। संगठन भारत से सटे इलाकों में आर्थिक सहायता से मस्जिद-मदरसे स्थापित करना चाहता है, जिसे भारत के लिए खतरा माना जा रहा है। एडीजी जोन गोरखपुर को नेपाल बार्डर सुरक्षा का नोडल बनाया गया है।

नेपाल में मस्जिद-मदरसा बढ़ाने को पाक के ‘दावत-ए-इस्लामी’ ने चलाया चंदा अभियान
सतीश पांडेय, गोरखपुर। पाकिस्तान में गठित ‘दावत-ए-इस्लामी’ की नेपाल शाखा ने संगठन के विस्तार और धार्मिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए वृहद चंदा अभियान शुरू किया है। इस अभियान का संचालन सीधे पाकिस्तान से हो रहा है। नेपाल के सीमावर्ती जिलों में चल रहे अभियान में पाकिस्तानी नागरिक भी शामिल हैं। मामला सामने आने के बाद खुफिया एजेंसी अलर्ट पर हैं।‘दावत-ए-इस्लामी नेपाल’ के हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।
अभिसूचना इकाई की नेपाल बार्डर (एनबी) शाखा की 30 सितंबर को पुलिस मुख्यालय रिपोर्ट भेजा है।इसमें जिक्र है कि ‘दावत-ए-इस्लामी नेपाल’ अपने संगठन की मजबूती और भारत से सटे इलाकों में मस्जिद-मदरसे स्थापित करने के लिए आर्थिक सहायता जुटा रहा है। इसके लिए नेपाल के तीन बैंकों में बकायदा खाते खोले गए हैं, जिसका खाता नंबर भी जारी किया गया है।
खुफिया एजेंसियां पहले भी भारत-नेपाल सीमा पर तेजी से बदल रही डेमोग्राफी को लेकर चिंता जता चुकी हैं। अब ‘दावत-ए-इस्लामी’ के नए अभियान को भी वह भारत के लिए खतरा मान रही हैं। अंदेशा है कि सीमावर्ती इलाकों में अपनी पैठ बनाकर ‘दावत-ए-इस्लामी’ यहां से भारत विरोधी साजिश रचने के साथ नापाक मंसूबों को अंजाम दे सकता है।
संगठन से जुड़े लोगों से कहा गया है कि प्रति व्यक्ति 10 हजार नेपाली रुपये चंदा जुटाएं, जो लोग अधिक राशि देने में असमर्थ हैं, उनसे 200 से 500 रुपये का दान लिया जाए। सूत्रों के अनुसार, यह अभियान नेपाल के नेपालगंज, बर्दिया, बारा, रूपनदेही और कपिलवस्तु जैसे इलाकों में तेजी से चलाया जा रहा है। इन क्षेत्रों में संगठन मस्जिद और मदरसों की स्थापना के साथ इस्लामी शिक्षा व धार्मिक सभाओं के आयोजन पर विशेष बल दे रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘दावत-ए-इस्लामी’ के नेपाल स्थित कार्यक्रमों में पाकिस्तानी नागरिकों व पदाधिकारियों की भागीदारी देखी गई है।नेपाल शाखा का संचालन मोहम्मद सम्सुद्दीन अंसारी नामक व्यक्ति कर रहा, जिसका लक्ष्य केवल धार्मिक प्रचार तक सीमित नहीं, बल्कि नेपाल के भीतर एक समानांतर धार्मिक नेटवर्क तैयार करने का प्रयास है, जो भविष्य में सीमा पार सुरक्षा चुनौतियां पैदा कर सकता है।
नेपाल से सटी है प्रदेश के सात जिलों की सीमा
प्रदेश के सात जिलों की करीब 550 किलोमीटर की खुली सीमा नेपाल से सटी है।एसएसबी के अलावा राज्य सरकार की ओर से भी घुसपैठ व संदिग्ध गतिविधि की निगरानी व कार्रवाई के लिए कार्ययोजना तैयार गई है। आपरेशन कवच के तहत सुरक्षा एजेंसी के साथ ही यूपी पुलिस भी पेट्रोलिंग करती है। एडीजी जोन गोरखपुर को नेपाल बार्डर सुरक्षा का नोडल बनाया गया है।
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