App डाउनलोड कराकर खाते से निकाल लिए 1.87 लाख रुपये, क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने के झांसे में फंसे युवक के साथ हुआ फ्रॉड
वाट्सएप काल पर खुद को बैंक अधिकारी बताने वाले जालसाज ने क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का झांसा देकर युवक के मोबाइल फोन में एप डाउनलोड करवाया और कुछ ही मिनटों में उसके खाते से 1.87 लाख रुपये उड़ा दिए। एप इंस्टाल होते ही जालसाजों ने पीड़ित के बैंक खाते और क्रेडिट कार्ड तक पूरी पहुंच हासिल कर ली और लगातार पांच ट्रांजेक्शन कर राशि दो अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दी।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। वाट्सएप काल पर खुद को बैंक अधिकारी बताने वाले जालसाज ने क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का झांसा देकर युवक के मोबाइल फोन में एप डाउनलोड करवाया और कुछ ही मिनटों में उसके खाते से 1.87 लाख रुपये उड़ा दिए। एप इंस्टाल होते ही जालसाजों ने पीड़ित के बैंक खाते और क्रेडिट कार्ड तक पूरी पहुंच हासिल कर ली और लगातार पांच ट्रांजेक्शन कर राशि दो अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दी। साइबर थाना पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है।
पीड़ित मोहम्मद फाजिल के मुताबिक 30 जुलाई को अनजान नंबर से व्हाट्सएप काल आई। कालर ने खुद को एचडीएफसी कस्टमर केयर का अधिकारी बताते हुए कहा कि उसका क्रेडिट कार्ड लिमिट 39 हजार से बढ़ाकर 1.52 लाख की जा सकती है। इस प्रक्रिया के लिए उसे प्ले स्टोर से एक कस्टमर सपोर्ट एप डाउनलोड करने को कहा गया।
फाजिल ने एप डाउनलोड किया ही था कि उसके फोन में लगातार डेबिट के मैसेज आने लगे। देखते ही देखते उसके बचत खाते और क्रेडिट कार्ड से कुल 1.87 लाख रुपये निकाल लिए गए। जांच में पता चला कि रकम सूरज कुमार (इंडसइंड बैंक) और मानवीर सिंह (यूनियन बैंक) के खातों में भेजी गई है। फाजिल का कहना है कि इन खातों की जांच से पूरे गैंग का पर्दाफाश हो सकता है।
पीड़ित ने बताया कि साइबर सेल, एसएसपी के साथ ही जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत की, लेकिन कहीं से कार्रवाई नहीं हुई। मजबूर होकर कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया। कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ। एसपी क्राइम सुधीर जायसवाल ने बताया कि मामले की जांच चल रही है। साइबर ठगी से बचने के लिए लगातार जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन लोग अब भी लालच में आकर जालसाजों के झांसे में फंस जाते हैं।

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