सिपाही की हो चुकी है हत्या, फिर भी नहीं रुक रहा बंदियों की मौज-मस्ती का खेल Gorakhpur News
हरदोई से को पेशी पर देवरिया लाया गया कैदी गोरखपुर में होटल के कमरे में प्रेमिका के साथ पकड़ा गया। इसके पूर्व में भी इस प्रकार की कई घटनाएं हो चुकी हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। हरदोई से को पेशी पर देवरिया लाया गया कैदी कामेश्वर उर्फ डब्लू स्टेशन रोड स्थित होटल के कमरे में प्रेमिका के साथ पकड़ा गया। इससे पहले भी बंदियों को पेशी पर लाने वाले पुलिस वाले थोड़े से रुपयों की लालच में मौज-मस्ती करते रहे हैं। इस फेर में एक को जान भी गंवानी पड़ी।
सिपाही की हत्या कर हो गया फरार
देवरिया, एकौना का रहने वाला बदमाश रणविजय यादव नौ दिसंबर 2010 को गोरखपुर में पेशी पर आया था। न्यायालय से निकलने के बाद सिपाही मैनेजर सिंह को लेकर आंबेडकर चौराहे पर चला आया। जहां बदमाश के साथी पहले से मौजूद थे। सिपाही के पैर में गोली मारकर रणविजय को अपने साथ लेकर चले गए। 22 जून 2011 को दीवानी न्यायालय में बदमाश मनोज ओझा पेशी पर आया था। सुरक्षा में लगे सिपाही अशोक गौड़ को झांसे में लेकर मनोज अपनी प्रेमिका से मिलने तारामंडल इलाके में चला गया। जहां साथियों की मदद से सिपाही की हत्या कर फरार हो गया था।
ट्रेन से कूदकर हो गया फरार
चिलुआताल के कुशहरा गांव का रहने वाला बदमाश चंदन सिंह 12 अगस्त 2013 को संतकबीरनगर में पेशी के बाद ट्रेन से देवरिया लौट रहा था। गौरीबाजार और बैतालपुर के बीच चलती ट्रेन से कूदकर वह फरार हो गया था।
वायरल हुई थी मनोज ओझा की तस्वीर
शातिर वाहन चोर मनोज ओझा को 21 फरवरी 2016 को पेशी के लिए दिल्ली ले जाया गया था। लौटते समय वह सिपाहियों को लेकर लखनऊ के एक होटल में चला गया और वहां जमकर दावत हुई। इस दौरान मनोज ने ट्रेन में सिपाही के सरकारी असलहे के साथ फोटो खिंचवाई और अपने फेसबुक प्रोफाइल पर अपलोड कर दिया। जो सोशल मीडिया में वायरल हो गया था।
पुलिस अपनी निगरानी में बंदियों को कारागार से पेशी पर ले जाती और लाती है। बाहर से आने वाले बदमाशों पर भी नजर रहती है। पुलिस की सक्रियता से ही सोमवार को कामेश्वर उर्फ डब्लू पकड़ा गया। - डॉ. सुनील गुप्ता, एसएसपी