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    मानसून से पहले सीएम योगी ने अफसरों को दिया सख्त निर्देश– कहीं भी न हो जलभराव, वर्षा पूर्व सुनिश्चित करें

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने वर्षा से पहले नालों की सफाई और गोड़धोइया नाला परियोजना को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से नागरिक सुविधाओं पर ध्यान देने बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने और समस्याओं के निस्तारण में तेजी लाने को कहा। उन्होंने अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रखने के निर्देश दिए।

    By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Mon, 12 May 2025 09:03 AM (IST)
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    मुख्यमंत्री ने जिले में निर्माणाधीन सभी प्रमुख विकास परियोजनाओं की अद्यतन प्रगति की जानकारी ली और विभिन्न निर्देश दिए।

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगले महीने के दूसरे पखवाड़े से वर्षा के मौसम की शुरुआत हो सकती है। ऐसे में यह सुनिश्चित करना होगा कि वर्षा होने पर कहीं भी जलभराव न होने पाए। जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए पिछले कुछ वर्षों में काफी अच्छा काम हुआ है, इसे लगातार उत्कृष्टता की ओर ले जाने की आवश्यकता है। 

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    समय रहते सभी नालों की सफाई का काम पूरा करने का निर्देश देने के साथ उन्होंने कहा कि जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए गोड़धोइया नाला परियोजना पर गंभीरता से ध्यान देकर इसे जल्द पूर्ण कराने का प्रयास हो।

    सीएम योगी रविवार शाम गोरखनाथ मंदिर के सभाकक्ष में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने जिले में निर्माणाधीन सभी प्रमुख विकास परियोजनाओं की अद्यतन प्रगति की जानकारी ली और विभिन्न निर्देश दिए। 

    उन्होंने कहा कि प्रत्येक विकास परियोजना के निर्माण की समय सीमा तय होती है और उसे उसी अवधि में गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा किया जाना चाहिए। इसमें किसी भी स्तर पर उदासीनता या लापरवाही नहीं होनी चाहिए। 

    वर्षा का मौसम शुरू होने पर खुले में होने वाला निर्माण कार्य प्रभावित होते हैं। इसलिए विकास की जितनी भी परियोजनाओं के काम चल रहे हैं, उनमें से अधिक से अधिक का निर्माण कार्य वर्षा से पहले पूरे कर लिए जाएं।

    साथ ही उन्होंने कहा कि प्रत्येक परियोजना की उस विभाग स्तर पर और उसके बाद वरिष्ठ प्रशासनिक स्तर पर पंद्रह दिन की अवधि में पर्यवेक्षण और समीक्षा होनी चाहिए। नियमित पर्यवेक्षण से जवाबदेही तय होती है। उन्होंने कहा कि जिन परियोजनाओं में जमीन अधिग्रहण का मामला निस्तारित हो गया है, अब उनके निर्माण पर युद्ध स्तरीय ध्यान दिया जाए।

    नागरिक सुविधाओं पर दें ध्यान, समस्या निस्तारण में लाएं तेजी

    मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि पेयजल, स्वच्छता और अन्य नागरिक सुविधाओं पर संवेदनशीलता से ध्यान दें। शहरों और गांवों में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। 

    नागरिकों की समस्याओं के निस्तारण के लिए अधिकारी नियमित और संवेदनशील ढंग से सुनवाई करें। आईजीआरएस पर आने वाली शिकायतों का निस्तारण करने के साथ शिकायतकर्ता से फीडबैक भी लें।

    सड़क पर खड़ी न हो गाड़ियां

    मुख्यमंत्री योगी ने शहर की यातायात व्यवस्था को लेकर भी समीक्षा की। उन्होंने ट्रैफिक प्रबंधन को और सुदृढ़ करने पर जोर देते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि सड़कों पर गाड़ियां न खड़ी रहें। सभी वाहन तय पार्किंग स्थल पर ही खड़े हों। टेम्पो को भी उनके लिए निर्धारित स्टैंड पर ही खड़ा कराया जाए।

    अपराधियों के खिलाफ जारी रहे कड़ी कार्रवाई

    कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टालरेंस नीति बरकरार रहनी चाहिए। अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का क्रम रुकना नहीं चाहिए। 

    हर छोटी घटना को भी गंभीरता से लेकर उस पर कार्रवाई करने की आवश्यकता है। उन्होंने शहर और देहात दोनों क्षेत्रों में पुलिस पैट्रोलिंग और फुट पैट्रोलिंग बढ़ाने और पीआरवी का रिस्पांस टाइम और उत्कृष्ट करने के निर्देश दिए।