'रामभक्तों पर गोली चलवाते हैं रामभक्त लोहिया के चेले', गोरखपुर में सपा पर बरसे सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी चिंतक डॉ. राममनोहर लोहिया को रामभक्त बताते हुए वर्तमान समाजवादी नेताओं को रामद्रोही कहा। उन्होंने गुरु पूर्णिमा पर भगवान राम और रामायण का महत्व समझाया। योगी ने कहा कि डॉ. लोहिया कांग्रेस के प्रखर विरोधी थे और उन्होंने भारत की अखंडता के लिए राम कृष्ण और शंकर की पूजा को आवश्यक बताया था।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी चिंतक डॉ. राममनोहर लोहिया को रामभक्त बताते हुए आज के समाजवादी नेताओं को रामद्रोही कहा। रामभक्तों पर गोली चलवाने वालों की दुर्गति तय बताते हुए इससे बचने के लिए आचार और विचार में समन्वय की आवश्यकता बताई। गुरु पूर्णिमा पर भगवान राम और रामायण का महत्व समझाते हुए कहा कि देश भर में रामायण मेला की शुरुआत करने वाले रामभक्त लोहिया के वर्तमान चेले खुद को उनका अनुयायी तो बोलते हैं, लेकिन उनका अनुकरण नहीं करते।
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरुवार की सुबह से ही गोरखनाथ मंदिर परिसर में श्रद्धा, आस्था और अध्यात्म की त्रिवेणी बहती रही। गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने नाथपंथ की परंपरा के अनुसार रोट का भोग लगाकर गुरु गोरक्षनाथ का पूजन करने के बाद गुरुजन के प्रति श्रद्धा समर्पित की। गोरक्षपीठाधीश्वर ने शिष्यों को आशीर्वाद भी दिया। गुरु पूर्णिमा को गुरु के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर बताते हुए कहा कि भारत ही ऐसा देश है, जिसने दुनिया को कृतज्ञता ज्ञापित करना सिखाया।
गोरखनाथ मंदिर के दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में एकत्र जनसमूह को भगवान श्रीराम की महिमा बताने के क्रम में डा. लोहिया के जरिये सनातन धर्म पर सवाल उठाने वालों को आईना दिखाया। कहा कि डॉ. लोहिया कांग्रेस के प्रखर विरोधी थे। आजादी के बाद भारत की अखंडता और भारतीयों की एकजुटता को लेकर जब कुछ लोगों ने आशंका जताई तो उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा था कि राम, कृष्ण और शंकर की पूजा होने तक भारत की एकजुटता पर सवाल उठ ही नहीं सकता।
इसी क्रम में योगी ने प्रयागराज महाकुंभ के भव्य आयोजन के दौरान कुछ लोगों की नकारात्मक दृष्टि का भी उल्लेख किया। कहा कि कुछ यूट्यूबर पैदल चलने को लेकर महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं को चिढ़ाते थे। व्यवस्था को लेकर उन्हें भड़काते थे। ऐसे लोगों को श्रद्धालुओं से मुंहतोड़ जवाब मिलता था। क्योंकि आस्था व श्रद्धा में नकारात्मकता का कोई स्थान नहीं। कुछ लोग माहौल को खराब करते हैं लेकिन गौरव की बात यह है कि भारत विरासत को संजोते हुए विकास की नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तत्पर है।
धर्म, मत और मजहब के अंतर को समझना होगा मुख्यमंत्री ने सनातन धर्म को भारत की आत्मा बताते हुए एक मुस्लिम अधिवक्ता का प्रसंग सुनाया, जिसमें उस महिला ने कहा था कि 'भारत का एक ही धर्म है सनातन, मेरी उपासना विधि इस्लाम है लेकिन धर्म सनातन है' योगी ने कहा कि हमें धर्म, मत और मजहब के अंतर को समझना होगा। सनातन मात्र उपासना विधि नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की पद्धति है, इसे जानना होगा। सनातन धर्म में ही अनेकों उपासना विधि समाहित है।
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