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    Chhath Puja 2022: गोरखपुर में इस बार तकिया घाट व हनुमानगढ़ी घाट पर नहीं होगा छठ पूजन, ये है बड़ी वजह

    By Jagran NewsEdited By: Pragati Chand
    Updated: Fri, 28 Oct 2022 11:06 AM (IST)

    Chhath Puja 2022 छठ पूजा को लेकर तालाबों की सफाई के साथ संपर्क मार्गों को दुरुस्त किया जा रहा है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में छठ पर्व की तैयारी के लिए तीन हजार से अधिक सफाई कर्मी लगाए गए हैं।

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    Chhath Puja 2022: इस बार तकिया घाट व हनुमानगढ़ी घाट पर नहीं होगा छठ पूजन। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर जिले में शहर से लेकर गांव तक छठ पर्व की तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही हैं। शहर एवं कस्बों में नगर निगम व नगर पंचायतों की टीम तो गांवों में पंचायती राज विभाग ग्राम पंचायतों के सहयोग से छठ घाटों को चमकाने में लगा है। तालाबों से जलकुंभी साफ की जा रही है। जेसीबी की सहायता से घाट बनाए जा रहे हैं। घाट तैयार होने के साथ ही पूजा के लिए वेदी बनाने का काम भी तेजी से चल रहा है। वहीं इस बार राप्ती नदी के तट पर तकिया घाट व हनुमानगढ़ी घाट पर छठ पूजन नहीं होगा।

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    श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए की जा रही बैरिकेडिंग

    महानगर क्षेत्र में नगर निगम की टीम राप्ती नदी के तट सहित अन्य स्थानों पर सफाई कार्य में जुटी है। लोगों की सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग की जा रही है। संपर्क मार्गों को ठीक किया जा रहा है और पथ प्रकाश की व्यवस्था भी हो रही है। नगर आयुक्त के नेतृत्व में निगम की टीम छठ घाटों का निरीक्षण भी कर रही है। नदी तट के अलावा 100 से अधिक पार्कों में भी छठ पर्व की तैयारी की जा रही है।

    ग्राम प्रधानों के साथ मिलकर गांव में छठ की तैयारियों में जुटे सचिव

    जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर ने गांवों में छठ पर्व की तैयारियों को लेकर बैठक भी की है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को किसी तरह की समस्या नहीं होनी चाहिए। सचिव ग्राम प्रधानों के साथ मिलकर गांव में इस पर्व की तैयारियों में जुटे हैं। गांव में तालाब के भीतर बैरिकेडिंग की जा रही है, जिससे लोगों को परेशानी न हो। छठ पूजा स्थलों पर छिड़काव भी किया जा रहा है। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के जिला समन्वयक बच्चा सिंह ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में छठ पर्व की तैयारियों के लिए तीन हजार से अधिक सफाई कर्मी लगाए गए हैं।

    इस वजह से तकिया घाट व हनुमानगढ़ी घाट पर नहीं होगा पूजन

    इस साल राप्ती नदी के तट पर तकिया घाट व हनुमानगढ़ी घाट पर छठ पूजन नहीं होगा। नदी में पानी अधिक होने के कारण नगर निगम ने सुरक्षा की दृष्टि से वहां पूजन की अनुमति नहीं दी है। दूसरी ओर गुरुवार को राप्ती नदी के तट पर रामघाट, राजघाट व गोरक्षघाट पर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। पानी कम होने के बाद वहां जमे सिल्ट हो हटाया जा रहा है। ऊपर का सिल्ट जेसीबी की सहायता से हटाया गया तो नीचे का सिल्ट हटाने के लिए नगर निगम के सफाई कर्मियों को लगाया गया है। नीचे जेसीबी का प्रयोग करने से पत्थर को नुकसान होने की आशंका थी। इस साल लालडिग्गी पार्क के फौव्वारे में भी भी छठ पूजन की तैयारियां की गई हैं। तकियाघाट व हनुमानगढ़ी घाट पर जाने वाले श्रद्धालुओं को यहां शिफ्ट किया जा सकेगा। नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने गुरुवार को राप्ती नदी के तट पर एवं लालडिग्गी पार्क में तैयारियों का जायजा लिया।

    यहां चमकाए गए छठ घाट

    नौसड़, एकला बंधा, रामघाट, गोरक्षनाथ घाट, राजघाट, डोमिनगढ़ घाट, सूरजकुंड पोखरा, मानसरोवर मंदिर, भीम सरोवर गोरखनाथ मंदिर में साफ-सफाई का कार्य किया गया। अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्र, उप नगर आयुक्त संजय शुक्ला, मुख्य अभियंता संजय चौहान, जोनल सैनिटरी अधिकारी अखिलेश श्रीवास्तव की निगरानी में तैयारियां चल रही हैं।

    रामगढ़ताल किनारे भी होगी पूजा

    रामगढ़ताल के किनारे भी बड़े पैमाने पर छठ पर्व पर पूजन की तैयारी है। कूड़ाघाट की ओर ताल के किनारे बनाई गई सड़क पर छठ व्रत के लिए वेदियां बनाई जा रही हैं। ताल के किनारे के मोहल्लों के लोग ताल के किनारे छठ पर्व मनाने की तैयारी कर रहे हैं।