शहर के बीच से फोरलेन, एम्स, ताल की सुंदर छटा...पूरब का गेटवे बन रहा गोरखपुर
योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद गोरखपुर की सूरत बदल रही है। शहर के बीच से होकर गुजरने वाले फोरलेन का निर्माण शुरू हो गया है। एम्स और खाद कारखाना का भी काम शुरू हो गया है।
प्रदीप श्रीवास्तव, गोरखपुर। बहुत ज्यादा नहीं दस-बारह साल पहले तक गोरखपुर शहर में पांच-छह मंजिला अपार्टमेंट भी आकर्षण का केंद्र होते थे। दस साल पहले तक शहर की स्थिति यह थी कि खाद कारखाना बंद था, मेडिकल कालेज बंद होने की स्थिति में आ गया था। रामगढ़ ताल एक बड़े गंदे तालाब के रूप में सबके सामने था और इसका पानी ऐसा था कि यहां की मछलियां मर रहीं थी। शहर में जाम की स्थिति ऐसी कि शहर के मुख्य बाजारों में जाने के बारे में सोचते ही माथे पर पसीने आ जाते थे।
लेकिन परिस्थितियां बदलीं और इसी के साथ शहर की सूरत भी बदली। लगभग पंद्रह साल पहले सभी राजनीतिक दलों के स्थानीय एजेंडे में धर्मशाला में ओवरब्रिज का निर्माण, खाद कारखाना का पुनरुद्धार और मेडिकल कालेज में चिकित्सकों की संख्या बढ़वाना (ताकि कि मेडिकल कालेज की मान्यता खत्म न हो) होता था। उस समय रामगढ़ ताल का इस तरह का सुंदरीकरण और गोरखपुर में एम्स की स्थापना कल्पना से परे था। इन दस-बारह सालों में शहर में बहुत कुछ बदला है।
एयरपोर्ट से शहर में प्रवेश करते ही कूड़ाघाट से चारफाटक चौराहा तक बड़े-बड़े बहुमंजिली अपार्टमेंट और शापिंग कांप्लेक्स शहर के बदले स्वरूप को बयां करते हैं। रात में अधिकांश सड़कें दुधिया रोशनी से नहाई हुई दिखती हैं। शहर के करीब आधा दर्जन ओवरब्रिज विकास का अलग रूप दिखा रहे हैं। शहर के प्रमुख चौराहों की सूरत बदलती जा रही है।
मोदी ने कहा था, देंगे एम्स और खाद कारखाना
दरसअल, गोरखपुर के लिए टर्निंग प्वाइंट 2014 की नरेंद्र मोदी की वह सभा रही जिसमें उन्होंने एम्स और नया खाद कारखाना बनवाने की बात कही थी। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला तो उसमें गोरखपुर की महत्वपूर्ण भूमिका थी। गोरखपुर क्षेत्र से भाजपा को लोकसभा की कुल 14 में से 13 सीटों पर विजय मिली थी। लोकसभा में मिली सफलता का क्रम विधानसभा चुनाव में कायम रहा है और केन्द्र व प्रदेश में एक ही सरकार होने का फायदा शहर को मिला। एम्स का निर्माण शुरू हो गया और अब यह जमीन पर दिखने लगा है।
करीब 1800 करोड़ से बनने वाले एम्स में 750 बेड होंगे। वर्ष 2020 तक इसके पूरा होने का लक्ष्य है लेकिन माना जा रहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले इसकी ओपीडी चालू कर दी जाएगी। गोरखपुर के विकास में यह मील का पत्थर साबित होगा। गंभीर इलाज के लिए लोगों को दिल्ली, लखनऊ की दौड़ लगाने से मुक्ति मिलेगी। खाद कारखाना का पुनर्निर्माण युद्धस्तर पर जारी है, यह कारखाना केवल गोरखपुर ही नहीं पूरे पूर्वांचल की तस्वीर बदलेगा।
रामगढ़ ताल की सूरत बदली
यही नहीं कभी नहीं गंदे तालाब के रूप में दिखने वाले रामगढ़ ताल को पहचान पाना मुश्किल है। शहर को एक बेहतर पिकनिक स्पॉट मिल गया है और इस ताल के विकास को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की जो योजनाएं हैं वह यदि धरातल पर आ पाईं तो ताल का बदला स्वरूप गोरखपुर की छवि में चार चांद लगाएगा।
एयरपोर्ट का भी कायाकल्प
पिछले कुछ सालों में शहर के विकास को लेकर कई ऐसे कार्य हुए हैं जिस पर गर्व किया जा सकता है। गोरखपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक को विश्व का सबसे बड़ा प्लेटफार्म होने का दर्ज मिला तो गोरखपुर एयरपोर्ट का भी कायाकल्प हुआ। एयरपोर्ट पर नया टर्मिनल बना और गोरखपुर से दिल्ली, कलकत्ता के लिए विमान सेवा शुरू हुई। नौसढ़ में नया अंतरराष्ट्रीय बस अड्डा बनकर लगभग तैयार है और शहर के भीतरी हिस्सों से भी फोरलेन की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। एयरपोर्ट जाने के लिए नंदानगर रेलवे क्रासिंग पर सब वे बन चुका है। इससे एयरपोर्ट पर जाने के लिए अब लोगों को जाम से नहीं जूझना पड़ेगा।
सुधर जाएगी बिजली व्यवस्था
शहर के विकास को लेकर सबसे बड़ा कार्य जो हो रहा है उस पर प्रत्यक्ष रूप से हम सबकी शायद दृष्टि नहीं है। अभी शहर में बिजली व्यवस्था ऐसी है कि यदि जरा सी तेज हवा चली कि बिजली काट दी जाती है। कारण है तारों का जर्जर होना। शहर के अधिकांश हिस्सों में अंडरग्राउंड तार पड़ चुके हैं और बाकी क्षेत्रों में कार्य तेजी से चल रहा है। बिजली का यह कार्य पूरा होने के बाद शहर की बिजली आपूर्ति व्यवस्था में पूरी तरह से बदल जाएगी।
एयरपोर्ट मार्ग पर अंडरपास
गोरखपुर शहर से एयरपोर्ट जाने में लोगों के पसीने छूटते थे। एयरपोर्ट जाते समय यदि नंदानगर रेलवे क्रासिंग बंद हुई तो वह कब खुलेगी इसका कोई अंदाजा नहीं रहता था। क्रासिंग बंद रहने के कारण कई बार तो लोगों की फ्लाइट छूट जाती थी। योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद इस समस्या का समाधान हुआ। नंदानगर क्रासिंग पर अंडरपास बन गया और अब बेरोक टोक के यहां से एयरपोर्ट तक वाहन फर्राटा भरते हैं।
बीेच शहर से फोरलेन
गोरखपुर में कभी किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि बीच शहर से होकर फोरलेन गुजरेगा। शहर के बीचोबीच दो-दो फोरलेन बनना शुरू हो चुका है। गोरखनाथ मंदिर और मेडिकल रोड क्षेत्र की दशा बदलने जा रही है। मेडिकल रोड पर तो शहर के अंदर तक फोरलेन आ चुकी है। गोरखनाथ मंदिर की तरफ भी शीघ्र फोरलेन का निर्माण शुरू होने जा रहा है।
जो कहा, उससे ज्यादा किया : डा. धर्मेन्द्र सिंह
भाजपा गोरखपुर क्षेत्र के अध्यक्ष डा. धर्मेन्द्र सिंह ने कहा कि यह शुरूआत है। सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पूरे प्रदेश का विकास हो रहा है। गोरखपुर की सूरत बदल रही है। योगी आदित्यनाथ के सीएम रहते गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में जो विकास कार्य हो रहा है वह इस क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। सरकार देवरिया और सिद्धार्थनगर में मेडिकल कॉलेज की स्थापना कराने जा रही है। आने वाले दिनों में गोरखपुर क्षेत्र की सूरत बदल जाएगी।
(सभी फोटो- संगम दूबे)