Gorakhpur News: सीसी कैमरे ने खोली सच्चाई की परत, मिटा सामूहिक दुष्कर्म का कलंक; झूठा निकला Rape Case
गोरखपुर के खोराबार में सामूहिक दुष्कर्म का मामला झूठा निकला। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि पीड़िता अपने प्रेमी के साथ होटल गई थी। पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म की धारा हटा दी है और निर्दोष युवकों को जमानत मिल गई है। पीड़िता के परिवार पर मारपीट का मामला दर्ज किया गया है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। खोराबार थाने में 28 फरवरी को एक किशोरी से कथित सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ था, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी। सात युवकों पर गंभीर आरोप लगे, चार को जेल भेजा गया। मगर पुलिस की गहन विवेचना और सीसी कैमरे के फुटेज की बारीकी से जांच ने इस पूरे केस की असलियत सामने ला दी। झूठ के जाल में फंसी सच की तस्वीर उभरी और तीन निर्दोष युवकों को न्याय मिला।
28 फरवरी को खोराबार थाने में एक 15 वर्षीय किशोरी की मां ने तहरीर दी थी कि गांव के ही युवक शिवम गुप्ता, सोनू उर्फ तौहीद, रंजीत, एक नाबालिग और तीन अज्ञात युवकों ने उसकी बेटी का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म किया। मां का आरोप था कि खेत से घर लौटते वक्त बेटी को बाइक से उठा लिया गया और राप्ती नदी किनारे ले जाकर दुष्कर्म किया गया।
गांववालों ने पंकज और शिवम को पकड़ लिया था, जिनकी जमकर पिटाई हुई और फिर पुलिस ने उन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा। पुलिस ने केस दर्ज कर चार नामजद युवकों को जेल भेजा और विवेचना शुरू की। जांच में पुलिस ने खोराबार और आस-पास के क्षेत्र में लगे सीसी कैमरे का फुटेज खंगालना शुरू किया।
एक कैमरे में शिवम गुप्ता अपनी बाइक से किशोरी को ले जाते हुए दिखा।विवेचक जब फुटेज खंगालते हुए रामगढ़ताल तक पहुंचे, तो सामने आया कि किशोरी खुद शिवम के साथ दोपहर 12:20 बजे एक होटल में दाखिल हुई जहां से वह अपराह्न 3:53 बजे बाहर निकली। उस दौरान बाकी आरोपितों की लोकेशन गांव में या अन्यत्र पाई गई, जो घटना स्थल से दूर थे।
फुटेज और काल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) ने यह स्पष्ट कर दिया कि सामूहिक दुष्कर्म का आरोप तथ्यहीन है। नतीजतन, विवेचक ने सामूहिक दुष्कर्म की धारा हटा दी और तीन अज्ञात युवकों पर से केस बंद कर दिया। कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में सिर्फ शिवम गुप्ता पर दुष्कर्म, जबकि बाकी साथियों पर एससी-एसटी एक्ट और मारपीट की धाराएं रखी गईं।
पीड़िता के स्वजन पर भी केस:
इस मामले में एक नया मोड़ तब आया जब पीड़िता के घरवालों द्वारा शिवम और एक नाबालिग की पिटाई की गई। शिवम के पिता की तहरीर पर किशोरी के माता-पिता समेत अन्य पर मारपीट का केस दर्ज किया गया है।
खोराबार थाने में सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज हुआ था।जांच में पता चला कि सामूहिक दुष्कर्म का आरोप झूठा है।जो लोग निर्दोष पाए गए उनके ऊपर दर्ज सामूहिक दुष्कर्म के मुकदमे की धारा हटा दी गई।विवेचक ने न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। -अभिनव त्यागी, एसपी सिटी
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