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    रेलवे कर्मचारियों के लिए खुशखबरी: मेदांता से फिर हुआ करार, मिलता रहेगा कैशलेस इलाज का लाभ

    Updated: Thu, 09 Oct 2025 12:19 PM (IST)

    रेलवे कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए अच्छी खबर है। मेदांता अस्पताल, गुड़गांव के साथ रेलवे ने फिर से करार किया है, जिससे 30 सितंबर, 2026 तक कैशलेस इलाज की सुविधा मिलती रहेगी। दैनिक जागरण ने इस मुद्दे को उठाया था, जिसके बाद रेलवे प्रशासन ने कार्रवाई की। मजदूर यूनियन ने रेलवे प्रशासन के प्रति आभार जताया है।

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    तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण


    - रेलकर्मियों को 30 सितंबर तक मिलेगा कैशलेस इलाज का लाभ
    - महाप्रबंधक की स्वीकृति के बाद समझौता ज्ञापन की प्रक्रिया शुरू
    - दैनिक जागरण ने बनाया था मुद्दा, मजदूर यूनियन ने जताया आभार

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। रेलकर्मियों व उनके स्वजन के लिए राहत भरी खबर है। मेदांता द मेडिसिटी गुड़गांव में गंभीर रोगों का उपचार मिलता रहेगा। रेलवे प्रशासन ने मेदांता द मेडिसिटी गुड़गांव से फिर करार (अनुबंध) कर लिया है।

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    वित्तीय सहमति के बाद पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक उदय बोरवणकर की स्वीकृति के बाद ललित नारायण मिश्र केंद्रीय रेलवे अस्पताल गोरखपुर ने समझौता ज्ञापन की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। रेलवे अस्पताल से रेफर रोगियों को मेदांता अस्पताल में एक अक्टूबर 2025 से 30 सितंबर 2026 तक कैशलेस उपचार का लाभ मिल सकेगा।

    30 सितंबर 2025 को मेदांता द मेडिसिटी गुड़गांव के साथ रेलवे का अनुबंध समाप्त हो गया था। अनुबंध समाप्त होने से मेदांता में पहले से उपचार करा रहे रोगियों की परेशानी बढ़ गई। किसी रोगी का आपरेशन रुक गया तो कई रोगी ओपीडी से निराश वापस लौट आए। दैनिक जागरण ने रेलकर्मियों की समस्याओं को मुद्दा बनाया और सात अक्टूबर को 'मेदांता से रेलवे का अनुबंध खत्म, उपचार पर संकट' शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की।

    मामला प्रकाश में आने के बाद रेलवे प्रशासन ने कर्मचारियों की समस्याओं को गंभीरता से लिया और महाप्रबंधक की पहल पर फिर से मेदांता से अनुबंध कर लिया। एनई रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) ने भी रेलवे प्रशासन के प्रति आभार जताया है।

    यूनियन के महामंत्री केएल गुप्ता ने कहा है कि रेलवे प्रशासन ने रेलकर्मियों की सुध ली है। आठ दिन के अंदर मेदांता से कैशलेस उपचार के लिए करार कर लिया है। अब रोगियों का समुचित उपचार हो सकेगा।

    रेलवे प्रशासन प्रत्येक वर्ष मेदांता समेत देश व गोरखपुर के प्रमुख निजी अस्पतालों से अनुबंध कर उन्हें पैनल में शामिल करता है। पैनल में शामिल अस्पतालों में रेफर होने के बाद रेलकर्मियों व उनके स्वजन का नियमानुसार कैशलेश उपचार होता है।

    श्री गुरु गोरक्षनाथ चिकित्सालय ब्लड बैंक से भी हुआ करार

    ललित नारायण मिश्र केंद्रीय रेलवे अस्पताल का श्री गुरु गोरक्षनाथ चिकित्सालय ब्लड बैंक, गोरखपुर से भी करार हुआ है। रेलवे अस्पताल में भर्ती रोगियों व रेलवे के लाभार्थियों को श्री गुरु गोरक्षनाथ चिकित्सालय ब्लड बैंक से कैशलेस ब्लड मिल सकेगा। चिकित्सा निदेशक डा. मो. एए खान के अनुसार पारस्परिक सहमति के आधार पर ललित नारायण मिश्र केंद्रीय रेलवे अस्पताल और श्री गुरु गोरक्षनाथ चिकित्सालय ब्लड बैंक गोरखपुर के बीच रेलवे लाभार्थियों को रक्त एवं रक्त अवयव कैशलेस आधार पर उपलब्ध कराने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। इस समझौता से रेलवे लाभार्थियों को लाभ मिलेगा।

    रेलवे अस्पताल के पैनल में शामिल निजी अस्पताल

    • न्यू प्रकाश क्लीनिक, निकट कौवाबाग पुलिस चौकी, गोरखपुर
    • श्रीराम जानकी नेत्रालय एडी चौक जुबिली रोड, गोरखपुर
    • श्री साईं नेत्रालय दस नंबर बोरिंग सोनौली रोड, गोरखपुर
    • फातिमा हास्पिटल, पादरी बाजार- गोरखपुर
    • न्यू उदय हास्पिटल, गोलघर- गोरखपुर
    • यशोदा हास्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, गाजियाबाद
    • सर्वोदय हास्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, फरीदाबाद- हरियाणा
    •  फोर्टिस एस्कोर्ट हर्ट इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर- नई दिल्ली
    •  नियो हास्पिटल- सेक्टर- 50 नई दिल्ली
    • विजिटेक आई सेंटर- नई दिल्ली
    •  सावित्री हास्पिटल, दिलेजाकपुर- गोरखपुर
    •  बत्रा हास्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, नई दिल्ली