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    गोरखपुर जू में बर्ड फ्लू की जांच, दो हिस्सों में बटी जांच टीम ने चिड़ियाघर के अंदर व बाहर से जुटाए 50 नमूने

    Updated: Tue, 20 May 2025 09:12 AM (IST)

    गोरखपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू की आशंका के बाद केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की टीम ने 50 नमूने जांच के लिए भेजे हैं। टीम ने जानवरों के बाड़ों और वेटलैंड से नमूने जुटाए। एक और कौआ मृत मिला है जिसका नमूना भी लिया गया है। चिड़ियाघर को खोलने का निर्णय जांच रिपोर्ट के निगेटिव आने पर निर्भर करेगा।

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    चिड़ियाघर में नमूना लेती सीजेडए की टीम।

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। बर्ड फ्लू की सूचना मिलने के बाद केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की ओर से गठित चिकित्सक व वैज्ञानिकों की टीम ने सोमवार को चिड़ियाघर के बाड़ों का निरीक्षण किया। 

    बब्बर शेर भरत, हिरन, और पक्षियों व उनके बाड़े में स्थित तालाब से नमूना संग्रहित किया। इसके अलावा एक टीम ने अगल-बगल स्थित वेटलैंड व अन्य स्थलों से पक्षियों के बीट जुटाए। 

    चिड़ियाघर प्रशासन के अनुसार टीम ने परिसर और बाहर से कुल 50 नमूना जुटाए। मंगलवार को जांच के लिए राष्ट्रीय उच्च पशु संस्थान, भोपाल भेजा जाएगा। वहीं परिसर के अंदर एक और कौआ मृत पाया गया। टीम ने कौआ का नमूना भी लिया है।

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    केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए) दिल्ली की ओर से बनाई गई चार सदस्यीय जांच कमेटी रविवार को देर शाम गोरखपुर आई थी। देरी होने की वजह से टीम चिड़ियाघर न जाकर अधिकारियों व कर्मचारियों से वन्यजीवों की मौत के बारे में सवाल-जवाब किए। 

    सोमवार को जांच कमेटी टीम में शामिल डिपार्टमेंट आफ एनिमल हसबेंडरी, दिल्ली के ज्वाइंट डायरेक्टर डा. विजय कुमार तेवतिया, राष्ट्रीय उच्च पशु रोग संस्थान भोपाल से वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. मनोज कुमार, आईवीआरआई बरेली से वाइल्ड लाइफ हेड डा. एम पावड़े और सीनियर पैथोलॉजिस्ट डा. एम करिकलन दो हिस्सों में बट गई।। 

    पहली टीम में भोपाल और आईवीआरआई के लोग शामिल थे। दूसरी टीम में दिल्ली और बरेली के लोग थे।

    भोपाल की टीम में शामिल सदस्यों ने चिड़ियाघर के बाहर के चारों तरफ पूरे दिन जानवरों और पक्षियों के बीट जुटाए। इसमें तारामंडल से सटे क्षेत्र भी शामिल रहे। दूसरी टीम चिड़ियाघर के अंदर वन्यजीवों, पक्षियों और उनके पीने व नहाने वाले तालाब से पानी का नमूना लिया। 

    वहीं, रैंडम जांच में बब्बर शेर भरत के दो नमूने लिए गए हैं। जांच टीम मंगलवार को भी चिड़ियाघर पहुंचेगी और सभी वन्यजीवों के स्वास्थ्य की जांच करेगी। इसके बाद कानपुर चिड़ियाघर पहुंचकर जांच करेगी। इसी तर्ज पर वहां के वन्यजीवों का भी नमूना लेगी। 

    जांच टीम ने सबसे अधिक समय पक्षियों के बाड़े के पास बिताया। टीम ने आशंका जताया है कि चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू फैलने के कारण कौवे ही बने हैं। इस वजह से पक्षियों को लेकर विशेष सावधानी बरतनी होगी।

    तीन नमूना निगेटिव आने पर चिड़ियाघर के खुलने की संभावना

    बर्ड फ्लू मिलने के बाद से चिड़ियाघर बंद चल रहा है। उच्चाधिकारी द्वारा जारी पत्र के अनुसार 21 मई को इसे खोला जाना है। इसी बीच एक और नई जानकारी सामने आई है। 

    चिड़ियाघर प्रशासन के अनुसार किसी भी चिड़ियाघर के वन्यजीवों में अगर संक्रमण मिलता है तो जांच के लिए भेजे जाने वाले नमूने की रिपोर्ट लगातार तीन बार निगेटिव आती है तो ही चिड़ियाघर को खोला जा सकता है। यहां तो अभी पहली रिपोर्ट ही नहीं आई है। 

    उप निदेशक डाॅ. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि बर्ड फ्लू मिलने के बाद चिड़ियाघर के 35 वन्यजीवों का नमूना लेकर जांच के लिए राष्ट्रीय उच्च पशु संस्थान, भोपाल भेजा गया है। इसके अलावा तीन मृत कौवों का भी नमूना भी भेजा गया है। उम्मीद है कि दो दिन में रिपोर्ट आ जाएगी। 

    इसके अलावा, गठित जांच टीम ने 50 और नमूना संग्रहित किया है, जिसे मंगलवार को भोपाल भेजा जाएगा। इसके बाद एक बार और चिड़ियाघर के वन्यजीवों का नमूना लेकर जांच को भेजा जाएगा। तीनों नमूनों की रपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही मामला सामान्य होगा। उच्चाधिकारियों के निर्देश बाद ही चिड़ियाघर को खोला या बंद करने की कार्रवाई होगी।