गोरखपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू फैला, तेंदुए के दो शावक और बाघिन समेत सात जीव संक्रमित
Bird Flu in Gorakhpur Zoo पूछताछ करने पर सफाई कर्मियों ने बताया कि चार कौवे परिसर में मृत मिले थे उन्होंने फेंक दिया था। नौ मई को परिसर और वेटलैंड के आसपास तीन और कौवे मृत मिले। चिड़ियाघर प्रशासन ने तीनों का नमूना लेकर जांच के लिए भोपाल भेजा।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : राष्ट्रीय उच्च पशु संस्थान भोपाल से शुक्रवार को आई रिपोर्ट में बाघिन मैलानी, तेंदुए के दो शावक, हिमालयन गिद्ध और मृत मिले तीन कौओं में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है।
गोरखपुर चिड़ियाघर प्रशासन ने 15 मई को तीन कौओं समेत 35 वन्यजीवों के नमूने जांच के लिए भोपाल भेजे थे। कौओं में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद पूरे शहर के लिए खतरा बढ़ गया है। चिड़ियाघर के चिकित्सकों का कहना है कि संक्रमण सात दिन में समाप्त हो जाता है। एक बार फिर इन वन्यजीवों का नमूना जांच के लिए भोपाल भेजा जाएगा।
शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान (चिड़ियाघर) में पांच मई को भेड़िया भैरवी और सात मई को बाघिन शक्ति की मौत एक जैसे लक्षणों से हुई थी। चिड़ियाघर प्रशासन ने दोनों का नमूना जांच के लिए इंडियन वेटनेरी रिसर्च इंस्टीट्यूट (आइवीआरआइ) बरेली और भोपाल भेजा था।
रिपोर्ट आने पर शक्ति और भैरवी में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी। पूछताछ करने पर सफाई कर्मियों ने बताया कि चार कौवे परिसर में मृत मिले थे, उन्होंने फेंक दिया था। इसी बीच नौ मई को परिसर और वेटलैंड के आसपास तीन और कौवे मृत मिले। चिड़ियाघर प्रशासन ने तीनों का नमूना लेकर जांच के लिए भोपाल भेजा।
इसके अलावा वन्यजीवों की हेल्थ आडिट के लिए आई आइवीआरआइ, बरेली की टीम ने मृत मिले कौओं के आसपास रह रहे वन्यजीवों का भी नमूना लिया और सभी को एक साथ जांच के लिए भोपाल भेजा।
चिड़ियाघर निदेशक विकास यादव ने बताया कि शुक्रवार की सुबह सभी की जांच रिपोर्ट आई। तीन कौओं समेत सात में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। अन्य सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इससे यह तय हो गया है कि कौओं के माध्यम से चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू पहुंचा है।
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